इस्लामाबाद, 10 अप्रैल। सियासी संकट के नाजुक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार की सारी कोशिशें नाकाम रहीं और शनिवार को लगभग 12 घंटे की बहस के उपरान्त मध्यरात्रि के लगभग एक घंटे बाद हुए मत विभाजन में कैप्टन को अंततः पराजय झेलनी पड़ी।
नेशनल असेंबली के चार बार स्थगन के बीच दिनभर चले ड्रामे और अंत में स्पीकर असद कैसर के इस्तीफे के बाद पैनल के सदस्य व पीएमएल-एन के अयाज सादिक ने स्पीकर की कुर्सी संभाली। उनकी अध्यक्षता में रात्रि 11:58 बजे शुरू हुआ मत विभाजन चार मिनट के
174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दर्ज किए
अयाज सादिक ने मतदान की प्रक्रिया के बाद घोषणा की, ‘174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में अपने वोट दर्ज किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के प्रस्ताव को बहुमत से पारित किया गया है।’ इसके साथ ही इमरान खान के माथे अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से सत्ता गंवाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री की कुख्याति जुड़ गई है।
National Assembly Update : 174 Votes have been cast in fav of No Confidence without PTI dissenters الحمدللّٰہ . Ayaz sb couldn’t cast vote as he is chairing the historic session. https://t.co/g5dZ4s5Ecf
— Marriyum Aurangzeb (@Marriyum_A) April 9, 2022
पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब के अनुसार, सादिक अपना वोट नहीं डाल सके क्योंकि वह सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे।
वोटिंग से पहले इमरान समर्थक सांसद सदन से बाहर जा चुके थे
पाकिस्तानी संसद में कुल सासदों की संख्या 342 है। इमरान खान को फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए 172 वोट हासिल करने थे। लेकिन सदन में वोटिंग के दौरान इमरान खान समर्थक सांसद मौजूद नहीं रहे, जो स्पीकर असद कैसर के इस्तीफे के साथ ही सदन से बाहर चले गए थे, लिहाजा अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े।
शहबाज शरीफ ने सभी संयुक्त विपक्षी नेताओं को धन्यवाद दिया
परिणाम की घोषणा के बाद स्पीकर अयाज सादिक ने पीएमएल-एन के अध्यक्ष और संयुक्त विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शहबाज शरीफ को भाषण देने के लिए आमंत्रित किया।
शहबाज ने कहा, ‘हम इस नए दिन को देखने की इजाजत देने के लिए अल्लाह को पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकते। हम सभी को उनके बलिदान के लिए धन्यवाद देते हैं, और अब, एक बार फिर, संविधान और कानून पर आधारित पाकिस्तान अस्तित्व में आने वाला है। उम्मीद है कि गठबंधन देश को प्रगति की ओर ले जाएगा।’
‘हम निर्दोष लोगों को जेल नहीं भेजेंगे और बदला नहीं लेंगे‘
पीएमएल-एन अध्यक्ष ने कहा, ‘समय आने पर हम विस्तार से बोलेंगे, लेकिन हम राष्ट्र के घावों को ठीक करना चाहते हैं। हम निर्दोष लोगों को जेल नहीं भेजेंगे और बदला नहीं लेंगे। कानून बिना किसी हस्तक्षेप के अपना काम करेगा।’