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जूनियर पहलवानों के प्रदर्शन का असर : तदर्थ समिति ने घोषित की अंडर-15 और अंडर-20 चैम्पियनशिप

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नई दिल्ली, 3 जनवरी। पिछले लगभग एक वर्ष से भारतीय कुश्ती के केंद्र में रहे तीन शीर्ष पहललवानों – बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट व साक्षी मलिक के खिलाफ बुधवार को अचानक झंडा बुलंद करने वाले जूनियर पहलवानों के प्रदर्शन का यह असर दिखा कि खेल मंत्रालय के निर्देश पर देश में कुश्ती के संचालन के लिए भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) द्वारा गठित तदर्थ समिति ने आनन-फानन में अगले छह सप्ताह के अंदर अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की घोषणा कर दी।

इससे पहले दिन में यूपी, हरियाणा और दिल्ली से बसों में भरकर आए जूनियर पहलवानों ने जंतर मंतर पर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। इन पहलवानों ने विनेश, साक्षी और बजरंग के खिलाफ नारों से उल्लिखित तख्तियां ले रखी थीं। उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निलम्बित निर्वाचित निकाय की बहाली के साथ आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति को भंग करने की मांग रखी।

‘..कर दिया देश की कुश्ती को बर्बाद, साक्षी-बजरंग और फोगाट

फिलहाल भूपेंद्र सिंह बाजवा की अगुआई वाली तीन सदस्यीय तदर्थ समिति ने युवा पहलवानों की चिंता को समझा, जिनका करिअर पिछले एक वर्ष से शीर्ष पहलवानों के विरोध के कारण अधर में लटका हुआ है। इस क्रम में जनवरी, 2023 के बाद राष्ट्रीय शिविर या जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन तक नहीं हो सका है।

समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा ने जूनियर पहलवानों को आश्वासन दिया कि सब जूनियर और जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप जल्द ही ग्वालियर में आयोजित की जाएगी। बाजवा ने बयान में कहा,‘पैनल युवा पहलवानों की चिताओं को समझता है और उनका समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। समिति अगले छह सप्ताह के अंदर ग्वालियर में अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की योजना बना रही है।’

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