नई दिल्ली, 1 मार्च। भारतीय विमानन कम्पनी एअर इंडिया के नामित एमडी और सीईओ इल्कर आयसी ने इस पद पर अपनी नियुक्ति स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। समाचार चैनल ब्लूमबर्ग ने तुर्की में आयसी द्वारा जारी एक ई-मेल प्रेस विज्ञप्ति के हवाले यह जानकारी दी है।
मीडिया के एक वर्ग में अपनी नियुक्ति की गलत तस्वीर पेश किए जाने से असहज थे
आयसी ने एक बयान में कहा कि टाटा के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन के साथ हाल ही में एक बैठक में उन्होंने भारतीय मीडिया के कुछ वर्गों में अपनी नियुक्ति की गलत तस्वीर पेश करने के प्रयासों के बारे में पढ़ने के बाद पद लेने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘एक व्यावसायिक लीडर के रूप में मैंने हमेशा पेशेवर साख को प्राथमिकता दी है। इसलिए मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि इस तरह की परिस्थिति में यह पद स्वीकार करना संभव या सम्मानजनक निर्णय नहीं होगा।’ टाटा के एक प्रवक्ता ने भी आयसी के इस फैसले की पुष्टि की।
एक अप्रैल या उससे पहले आयसी के पद संभालने की उम्मीद थी
उल्लेखनीय है कि देश की एकमात्र राष्ट्रीय विमानन कम्पनी का संचालन गत 27 जनवरी को अपने हाथों में लेने के बाद टाटा समूह ने पिछले महीने इल्कर आयसी की नियुक्ति की घोषणा की थी। आयसी की नियुक्ति के लिए आवश्यक सुरक्षा मंजूरी गृह मंत्रालय से के पास लंबित थी और उनके एक अप्रैल को या उससे पहले पद संभालने की उम्मीद थी।
हालांकि देश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वैचारिक मातृ संगठन आरएसएस से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच ने तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रेसप तैयप एर्दोगन से संबंधों को लेकर सरकार से आयसी की नियुक्ति रोकने की मांग की थी। तुर्की एयरलाइन के पूर्व अध्यक्ष आयसी तब एर्दोगन के सलाहकार थे, जब वह इंस्तांबुल के मेयर थे।