नई दिल्ली, 11 नवम्बर। विश्व क्रिकेट को संचालित करने वाली सर्वोच्च नियामक संस्थान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को सरकारी हस्तक्षेप के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके पूर्व श्रीलंकाई खेल मंत्रालय ने एसएलसी के बोर्ड को बर्खास्त कर दिया था और उसकी जगह एक अंतरिम समिति बना दी थी, लेकिन श्रीलंका की अपील अदालत ने बर्खास्तगी पर रोक लगा दी।
उल्लेखनीय है कि आईसीसी एक दिनी क्रिकेट विश्व कप में देश के खराब प्रदर्शन के बाद श्रीलंकाई टीम शुक्रवार को स्वदेश लौट चुकी है। श्रीलंका ने विश्व कप में अपने नौ मैचों में से केवल दो जीते और 10 टीमों की राउंड रॉबिल लीग अंक तालिका में नौवें स्थान पर रहा।
आईसीसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘आईसीसी बोर्ड ने शुक्रवार को बैठक की और निर्णय लिया कि श्रीलंका क्रिकेट एक सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है। विशेष रूप से, अपने मामलों को स्वायत्त रूप से प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि श्रीलंका में क्रिकेट के शासन, विनियमन और/या प्रशासन में कोई सरकारी हस्तक्षेप नहीं है। निलंबन की शर्तों पर आईसीसी बोर्ड उचित समय पर निर्णय लेगा।’
खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने गत तीन नवम्बर को संसद में एक बयान में एसएलसी को ‘देशद्रोही और भ्रष्ट’ करार देते हुए कहा था कि बोर्ड के सदस्यों को इस्तीफा दे देना चाहिए। एसएलसी सचिव मोहन डी सिल्वा के इस्तीफे और बोर्ड को बर्खास्त करने के बाद, रणसिंघे ने उनकी जगह विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा की अध्यक्षता में एक अंतरिम समिति बनाई।
लेकिन एसएलसी के अपदस्थ अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने बर्खास्तगी के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की और उन्हें दो सप्ताह का स्थगन आदेश दिया गया, जिसके बाद पूरी सुनवाई होगी। इस मामले पर इस सप्ताह की शुरुआत में श्रीलंका की संसद में भी चर्चा हुई थी।
एसएलसी ने अपने खातों से दो मिलियन अमेरिकी डॉलर के हस्तांतरण के बारे में रणसिंघे द्वारा लगाए गए आरोपों पर एक बयान भी जारी किया, जिसमें कहा गया कि उनका उपयोग केवल परिचालन खर्चों के लिए किया गया था और उनके खातों से स्थानांतरित नहीं किया गया था।
इसमें कहा गया है, ‘एसएलसी को यूएसडी में फंड और प्रायोजन आय प्राप्त होती है, जिसे जान बूझकर विनिमय दर में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने के लिए हमारे यूएसडी खातों में रखा जाता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एसएलसी को श्रीलंका में अपना परिचालन चलाने और आपूर्तिकर्ताओं सहित हितधारकों के लिए वित्तीय दायित्वों को नियमित आधार पर पूरा करने की आवश्यकता है।’
बयान में आगे कहा गया, ‘इन खर्चों को पूरा करने के लिए, एसएलसी अपने यूएसडी खाते से अपने स्थानीय मुद्रा (एलकेआर) खातों में धनराशि स्थानांतरित करने की प्रथा का पालन करता है। यह लंबे समय से चली आ रही प्रथा रही है, क्योंकि एसएलसी को स्थानीय मुद्रा में महत्वपूर्ण आय प्राप्त नहीं होती है।’