नई दिल्ली, 29 फरवरी। भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तीसरी तिमाही में बड़ा उछाल देखा गया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिसम्बर तिमाही में जीडीपी 8.4 प्रतिशत बढ़ी। जीडीपी में आया यह उछाल उम्मीद से कहीं अधिक है।
अपने पहले अग्रिम पूर्वानुमान में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की वृद्धि 7.6% होने का अनुमान लगाया है, जिसका अर्थ होगा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखेगा।
कुल 17 अर्थशास्त्रियों के मिंट पोल के अनुसार, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था दिसम्बर तक तीन महीनों के दौरान 6.6% बढ़ने की उम्मीद थी, जो पिछली जुलाई-सितम्बर तिमाही की 7.6% गति से धीमी थी। नवीनतम तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि वित्त वर्ष 23 की इसी अवधि में दर्ज 4.4% से एक बड़ा कदम है।
एनएसओ डेटा से पता चलता है कि जहां विनिर्माण जैसे क्षेत्रों ने मजबूत प्रदर्शन किया, वहीं अनियमित मानसून के कारण कृषि क्षेत्र ठंडा रहा। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.8% और दूसरी में 7.6% की दर से बढ़ी, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को वित्त वर्ष 24 के लिए अपना विकास अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 7% करना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2024 में भारत के लिए अधिक रूढ़िवादी 6.7% वृद्धि का अनुमान लगाया है। आईएमएफ ने FY24 में अनुमान लगाया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन (4.6%), अमेरिका (2.1%), जापान (0.9%), फ्रांस (1%), यूके (0.6%) और जर्मनी (-0.5%) जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन करेगी।