नई दिल्ली, 12 जनवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कंझावला में दिल दहला देने वाली घटना पर गृह मंत्रालय (एमएचए) ने बड़ा एक्शन लिया है और गुरुवार को तीन पीसीआर वैन और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की सिफारिश की है। ये पुलिस कर्मी उस समय ड्यूटी पर थे, जब यह वीभत्स घटना हुई, जिसमें 20 वर्षीया युवती अंजलि सिंह के स्कूटर से टक्कर के बाद एक कार द्वारा उसे कई किलोमीटर तक घसीटा गया। इस दौरान अंजलि की दर्दनाक मौत हो गई थी।
युवती को कार से घसीटने को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रिपोर्ट तलब की थी। इसके अलावा एमएचए ने यह भी सिफारिश की है कि दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक काररवाई भी करें।
जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को सुझाव दिया है कि मामले में जांच में लापरवाही को देखते हुए पर्यवेक्षी अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी की जाए। मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द अदालत में चार्जशीट दायर करने और सभी आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया ताकि उन्हें सजा मिल सके।
गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को पीसीआर वैन, जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में ‘असफल’ रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है। कंझावला में युवती को कार से घसीटने के मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से आरोप पत्र जल्द से जल्द दायर करने को कहा है।