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AAP की बढ़ी मुश्किलें : सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच की गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी

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नई दिल्ली, 29 मार्च। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ठग सुकेश चंद्रशेखर से ‘प्रोटेक्शन मनी’ के रूप में 10 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोप में जेल में बंद दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है।

आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल पर तिहाड़ से जबरन वसूली रैकेट चलाने और हाई-प्रोफाइल कैदियों से सुरक्षा राशि की मांग करने का आरोप लगाया गया है। यह घटनाक्रम तब हुआ, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल कथित शराब नीति घोटाले के सिलसिले में ईडी की हिरासत में हैं।

दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने इस वर्ष की शुरुआत में सत्येंद्र जैन के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी थी। जबरन वसूली के आरोपों की जांच के लिए एलजी की मंजूरी मांगने वाले एक पत्र में, सीबीआई ने पिछले साल नवम्बर में लिखा था कि जैन पर तिहाड़ जेल से एक हाई-प्रोफाइल जबरन वसूली रैकेट चलाने का आरोप लगाया गया था और उसे सक्षम बनाने के लिए चंद्रशेखर से ‘संरक्षण राशि’ के रूप में 10 करोड़ रुपये की मांग की गई थी।

आरोप उस ठग द्वारा लगाए गए थे, जिसने कहा था कि जैन ने 2018-21 के दौरान व्यक्तिगत रूप से या अपने सहयोगियों के माध्यम से विभिन्न किस्तों में धन की उगाही की, ताकि वह (सुकेश) दिल्ली की विभिन्न जेलों – तिहाड़, रोहिणी और मंडोली में आराम से रह सके।

सत्येंद्र जैन को मई, 2022 में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। उनकी आखिरी जमानत याचिका इस साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी और शीर्ष अदालत ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। जेल के बाथरूम में गिरने के बाद 26 मई, 2023 को उन्हें अंतरिम चिकित्सा जमानत दी गई थी। जमानत अवधि के दौरान उनकी रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन हुआ था।

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