जम्मू, 19 मार्च। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद राज्य में आतंकवाद पर निर्णायक नियंत्रण केंद्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। उन्होंने शनिवार को यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 83वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए यह बात कही।
Live from the 83rd CRPF Day Parade program in Jammu. @crpfindia https://t.co/fT1SGY2bP4
— Amit Shah (@AmitShah) March 19, 2022
लोकतंत्र को जमीनी स्तर पर ले जाने में सफल रही है जम्मू-कश्मीर सरकार
अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश सुनिश्चित करने और लोकतंत्र को जमीनी स्तर पर ले जाने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि हर गांव में सरपंच और पंच का होना जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र के फलने-फूलने का प्रमाण है। इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर में जल्द ही सात नए मेडिकल कॉलेज और दो एम्स काम करना शुरू कर देंगे।
सीरपीएफ को नवीनतम उपकरण व प्रौद्योगिकी से लैस करने के लिए केंद्र प्रतिबद्ध
गृह मंत्री शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की सराहना करते हुए कहा कि सीआरपीएफ ने देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस बल होने की अपनी पहचान बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि केंद्र
अमित शाह ने सीआरपीएफ के सभी कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘राष्ट्रीय अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु सीआरपीएफ के जवानों ने साहस, पराक्रम व बलिदान की पराकाष्ठा से एक स्वर्णिम इतिहास बनाया है। मातृभूमि के लिए आपका अतुलनीय समर्पण पूरे देश को प्रेरित करता है।’
CRPF दिवस के अवसर पर शहीदों के परिजनों व सेवारत कर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा व वीरता के लिए पुलिस पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑपरेशनल बटालियन की ट्रॉफी प्रदान की।
मुझे विश्वास है कि सभी बलकर्मी आगे भी इसी समर्पण व तेजस्विता के साथ देश की रक्षा व आंतरिक सुरक्षा को और सुदृढ़ करेंगे। pic.twitter.com/0dk522gp2k
— Amit Shah (@AmitShah) March 19, 2022
शाह ने इस अवसर पर शहीदों के परिजनों व सेवारत कर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा व वीरता के लिए पुलिस पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑपरेशनल बटालियन की ट्रॉफी प्रदान की। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि सभी बलकर्मी आगे भी इसी समर्पण व तेजस्विता के साथ देश की रक्षा व आंतरिक सुरक्षा को और सुदृढ़ करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘आज मेरे लिए गर्व की बात है कि सीआरपीएफ की वार्षिक परेड जम्मू की ऐतिहासिक भूमि पर हो रही है। मोदी सरकार ने निर्णय किया है कि बलों की वार्षिक परेड देश के अलग-अलग हिस्सों में हो, जिससे जवान देश की जनता व संस्कृति के साथ अपने जुड़ाव को और अधिक मजबूत कर देश की सुरक्षा करें।’