इस्लामाबाद, 23 सितम्बर। पाकिस्तान में एक बार फिर हिन्दू महिला के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चोरी के झूठे आरोप लगाकर महिला को मारा-पीटा गया है। इस हमले के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। बहावलपुर में जिला पुलिस कार्यालय और डिप्टी कमीश्नर की ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। इनकी मांग है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार बंद होने चाहिए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हिंदू महिला पर चोरी का झूठा आरोप लगाया गया और इसके नाम पर उसकी पिटाई की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित महिला यजमान मंडी इलाके की रहने वाली है। वह नौकरानी के तौर पर काम करती थी। चोरी का आरोप लगाकर कुछ लोगों ने उसके घर पर हमला कर दिया। महिला के साथ भी मारपीट की गई।
हमलावरों और डॉक्टर के खिलाफ एक्शन लेने की मांग
स्थानीय लोगों का दावा है कि हमले के बाद महिला को हेल्थ सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसका इलाज करने से इनकार कर दिया। उसने मेडिकल सर्टिफिकेट भी नहीं दिया। रैली को कुछ अल्पसंख्यक नेताओं ने संबोधित किया और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने हमलावरों और डॉक्टर के खिलाफ एक्शन लेने की मांग रखी।
अल्पसंख्यकों के अपहरण-हत्या-बलात्कार के कई मामले
गौरतलब है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अपहरण, हत्या, बलात्कार और जबरन धर्म परिवर्तन के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। यह दयनीय स्थिति चिंता का विषय रही है। यहां महिलाओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कठोर ईशनिंदा कानूनों का दुरुपयोग किया जा रहा है। निजी हितों के चलते इसका निशाना मुस्लिम समुदाय के लोग भी बन रहे हैं।