बेंगलुरु, 29 अप्रैल। बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन और कन्नड़ अभिनेता किच्चा सुदीप के बीच भाषाई गलतफहमी खत्म होने के बाद भी कन्नड़ समर्थकों ने सुदीप का समर्थन करने के साथ अजय देवगन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नारे बाजी की । दरअसल बॉलीवुड अभिनेता ने दावा किया था कि हिंदी एक राष्ट्रभाषा है, जबकि कन्नड़ अभिनेता ने कहा था कि हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं है। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। उल्लेखनीय है कि केजीएफ चेप्टर टू के पूरे भारत में अपार सफलता के बाद भी हिंदी को राष्ट्रभाषा नहीं होने के कन्नड़ अभिनेता सुदीप के बयान पर अभिनेता अजय देवगन ने नाराजगी जाहिर की, जिसके बाद यह विवाद का रूप ले लिया। जिसके तुरंत बाद यह विवाद राजनीतिक रूप धारण कर लिया।
इस पूरे मामले पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बुधवार को कहा कि हिंदी न कभी भारत की राष्ट्रभाषा थी और न कभी होगी। उन्होंने ट्विट करते हुए कहा, “हिंदी न कभी भारत की राष्ट्रभाषा थी और न कभी होगी।” कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि भारत के सभी लोगों को देश की सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए तथा उन्हें गर्व है कि वह कन्नड़ है। उन्होंने कहा, “सभी भारतीयों का दायित्व है कि देश के सभी भाषाओं का सम्मान करें। हर एक भाषा की अपनी गौरव इतिहास हैं जिसपर लोगों को गर्व होना चाहिए। मुझे गर्व है कि मैं कन्नड़ हूं।”
इस विवाद पर कर्नाटक के ही पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कमारस्वामी ने कहा कि सुदीप ने सही ही कहा है हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है। उन्होंने अभिनेता अजय देवगन पर उपहासपूर्ण वर्ताव करने का आरोप भी लगाया। उल्लेखनीय है कि बुधवार को बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने कन्नड़ अभिनेता सुदीप से पूछा था कि अगर हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है तो वह अपनी फिल्मों को हिंदी में रिलीज क्यों करते हैं।