शिमला, 15 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य की कमान संभालते ही ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। कुछ दिनों पहले ने हिमाचल के विधायकों के साथ बैठक की थी। बैठक में लाहौल-स्पीति के कांग्रेस विधायक ने सीएम से कहा कि अटल टनल की उस पट्टिका को हटा दिया गया है, जिसका शिलान्यास पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था। इसके बाद सीएम सुक्खू ने आदेश दिया कि पांच दिनों के अंदर अटल टनल की पट्टिका को फिर से लगाया जाए।
‘हम अटल जी का सम्मान करते हैं, हम टनल का नाम बदलने वाले नहीं‘
अटल टनल की पट्टिका को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। इसपर सीएम सुक्खू ने गुरुवार को कहा कि भाजपा को उसकी गरिमा रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘अटल टनल की न कोई पट्टिका बदली जाएगी और न ही कोई नाम बदला जाएगा। अटल टनल पहले रोहतांग पास के नाम से जानी जाती थी। भाजपा ने उसका नाम अटल टनल रखा। इस नाम को हम बदलने वाले नहीं हैं। अटल जी देश के प्रधानमंत्री थे। हम उनका सम्मान करते हैं। हम उनकी भी गरिमा रखते हैं। लेकिन
‘हम शिलान्यास की पट्टिका वहां दोबारा लगाएंगे‘
सीएम सुक्खू ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अटल टनल के शिलान्यास के समय सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन थीं। डॉक्टर मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। हिमाचल में तब भाजपा की सरकार थी, प्रेम कुमार धूमल सीएम थे। उस पट्टिका में भाजपा के सीएम का भी नाम है। चार हजार करोड़ रुपये भी सेंक्शन किए गए। उद्घाटन के समय केंद्र और राज्य में हमारी सरकार नहीं थी, तो शिलान्यास की पट्टिका हटा कर कहीं छिपा दी गई। इसलिए हम शिलान्यास की पट्टिका वहां दोबारा लगाएंगे।’

