नई दिल्ली, 22 मई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि देश में कोरोना महामारी से हो रहीं मौतों की सर्वाधिक संख्या सिर्फ छह राज्यों से हैं। हालांकि पिछले 20 दिनों से देश में सक्रिय मामलों में कमी देखी जा रही है और रिकवरी दर भी लगातार बढ़ रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार को राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में आहूत नियमित मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि कोरोना के चलते सबसे ज्यादा मौतें जिन छह राज्यों में हो रही हैं, वे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब व उत्तर प्रदेश हैं।
महाराष्ट्र में 24 घंटे के भीतर सर्वाधिक 1,263 मौतें
गौरतलब है कि मंत्रालय की ओर से शनिवार को पूर्वाह्न जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में शुक्रवार को कुल 4,194 लोगों की मौत हुई थी। इनमें अकेले महाराष्ट्र में हुईं 1,263 मौतें शामिल हैं। महाराष्ट्र के अलावा तमिलनाडु में 467, कर्नाटक में 353, दिल्ली में 252 और पंजाब व उत्तर प्रदेश में बराबर 172 मौतें दर्ज की गईं।
लव अग्रवाल ने बताया कि गत तीन मई को देश में कुल संक्रमित मामलों के 17.13 फीसदी सक्रिय केस थे, जो अब घटकर 11.12 फीसदी हो गए हैं। रिकवरी रेट भी 87.76 फीसदी हो चुकी है। देश में अब तक 2.30 करोड़ से ज्यादा लोग रिकवर हो चुके हैं।
एक लाख से ज्यादा सक्रिय मामले अब सिर्फ आठ राज्यों में
उन्होंने बताया कि एक लाख से अधिक सक्रिय मामले अब केवल आठ राज्यों में रह गए हैं। आठ ही राज्यों में 50 हजार से एक लाख के बीच सक्रिय मामले हैं जबकि 50 हजार से कम सक्रिय मामले वाले 20 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश हैं। इसी क्रम में सिर्फ सात राज्य ऐसे हैं, जो दैनिक आधार पर 10,000 से अधिक कोरोना के नए मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं और 5,000 से 10,000 दैनिक मामलों वाले छह राज्य हैं।
अधिकतर राज्यों में पॉजिटिविटी रेट में आ रही गिरावट
लव अग्रवाल ने बताया कि देश में 18 राज्य ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी से अधिक है। हालांकि लगभग सभी राज्यों में पॉजिटिविटी रेट लगातार कम हो रही है। पांच से 15 फीसदी पॉजिटिविटी वाले 14 राज्य हैं जबकि चार राज्यों में पांच फीसदी से कम पॉजिटिविटी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा देश में अब तक 18.41 करोड़ वैक्सीन डोज 45 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। 18 से 44 आयु वर्ग के लिए 92 लाख के लगभग डोज अब तक उपलब्ध कराई गई हैं।
उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरेसिन-बी की देश में सीमित उपलब्धता थी, उसे अब बढ़ाया जा रहा है। पांच अतिरिक्त मैन्युफैक्चर्स को लाइसेंस दिलाने का कार्य किया जा रहा है। अभी जो मैन्युफैक्चर्स हैं, वो भी उत्पादन बढ़ा रहे हैं।