रांची,1 फरवरी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नेता हेमंत सोरेन को बुधवार (31 जनवरी) रात को गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोरेन की गिरफ्तारी की। उनकी गिरफ्तारी कथित जमीन घोटाले में हुई है। इस तरह वह राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है। सोरेन से पहले उनके पिता शिबू सोरेन और मधु कोड़ा को भी गिरफ्तार किया गया था।
हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर, 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। ईडी ने गिरफ्तारी से पहले करीब सात घंटे तक उनसे पूछताछ की। अरेस्ट किए जाने के बाद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी दफ्तर ले जाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की गई है। वहीं, सोरेन के पद छोड़ने के बाद राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
ईडी की गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन झारखंड हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के खिलाफ याचिका दायर की है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रशेखर और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की पीठ आज 10.30 बजे उनकी याचिका पर सुनवाई करेगी।
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ आदिवासी संगठनों ने प्रदर्शन किया है। आदिवासी संगठनों ने गुरुवार को राज्य में बंद बुलाया है। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय टिर्की ने बताया है कि बंद में 15 से 20 संगठन शामिल होने वाले हैं। बंद का असर इमरजेंसी सर्विस पर नहीं पड़ने वाला है।