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स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने की समीक्षा बैठक – आमजन को भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सलाह

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नई दिल्ली, 21 दिसम्बर। चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत भी सतर्क हो गया है। इस क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी बुधवार को शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ महामारी की स्थिति पर समीक्षा बैठक की। बैठक में कोविड-19 पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही केंद्र सरकार ने आमजन को भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सलाह दी है।

डॉ. पॉल बोले – पैनिक की जरूरत नहीं, कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की जा रही

बैठक में उपस्थित नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा कि अभी पैनिक की जरूरत नहीं है। भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सभी को सलाह है। हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा बैठक होगी। टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो रही है। बीच-बीच में स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं? कोई नई गाइडलाइन फिलहाल जारी नहीं की जा रही है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सभी कोविड पॉजिटिव मामलों के नमूने प्रतिदिन INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजने का पहले ही निर्देश दे दिया है। INSACOG भारत में कोविड के विभिन्न प्रकारों का अध्ययन और निगरानी करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक मंच है।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से सभी राज्यों को एक पत्र में कहा गया है, ‘जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में कोरोना के मामलों की अचानक तेजी को देखते हुए, नए वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए कोविड पॉजिटिव मामलों के जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार करना आवश्यक है।’

भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 3,408

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश ने पिछले 24 घंटों में 131 ताजा कोविड पॉजिटिव मामले आए हैं। हालांकि यह सोमवार के 181 से नीचे है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 3,408 है।

कोरोना से पिछले 24 घंटे में तीन मौतें दर्ज की गईं हैं। इनमें दो लोग केरल में मरे और पश्चिम बंगाल में एक मौत हुई। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत अब तक कोविड वैक्सीन की लगभग 220 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

कथित तौर पर चीन अपनी जीरो कोविड नीति में बदलाव के बाद से कोविड से संबंधित मौतों में वृद्धि को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। जीरो कोविड नीति में सख्त लॉकडाउन और सामूहिक परीक्षण (टेस्ट) लागू किए गए थे। तभी चीन के एक अपार्टमेंट में आग लगने से 10 लोगों के मारे जाने के बाद जीरो कोविड नीति का बड़े पैमाने पर लोगों ने विरोध किया था। लोगों का आरोप था कि इस सख्त नीति के कारण दमकल की गाड़ियां आग की लपटों से प्रभावी ढंग से नहीं लड़ सकीं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बाद अस्पतालों पर बोझ बढ़ गया है और फार्मेसियों में दवाएं खत्म हो गई हैं। रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गई है कि लोगों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान तक नहीं मिल पा रहे। वहीं चीनी अधिकारियों का कहना है कि वायरस की प्रगति को ट्रैक करना असंभव है।

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