हाथरस, 5 जुलाई। हाथरस कांड का मुख्य आरोपित और साकार विष्णु हरि बाबा उर्फ भोले बाबा के संत्सग के प्रमुख आयोजक देव प्रकाश मधुकर को यूपी पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के बाद मधुकर पर एक लाख रुपये का ईनाम रखा गया था। गिरफ्तारी के बाद शनिवार को देव प्रकाश मधुकर की हाथरस कोर्ट में पेशी होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देव प्रकाश मधुकर ने सरेंडर किया है। दिल्ली के नजफगढ़ – उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में यूपी की हाथरस पुलिस पहुंची थी, देव प्रकाश ने उसके सामने सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हाथरस पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
हाथरस कांड में सातवीं गिरफ्तारी हुई
गौरतलब है कि हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस प्रवचनकर्ता भोले बाबा के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है। इससे पहले छह लोग पकड़े जा चुके थे, लेकिन अब तक मुख्य आरोपित देवप्रकाश मधुकर फरार था, जिसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया।
भोले बाबा का खास है देव प्रकाश, बाबा का अब तक नहीं मिला सुराग
देव प्रकाश मधुकर ही हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था। इसके साथ ही वह बाबा का खास आदमी भी है। हादसे के बाद बाबा ने उसी से फोन पर काफी देर तक बात की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भगदड़ की घटना के बाद से देवप्रकाश मधुकर घर नहीं लौटा था। उसके परिवार के सदस्य भी लापता हैं। मधुकर के बारे में कहा जाता है कि वह एक समय जूनियर इंजीनियर (JE) था, लेकिन बाद में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल सिंह का बड़ा भक्त बन गया। मधुकर का घर सिकंदराराऊ इलाके के दामादपुरा की नई कॉलोनी में है। वहीं भोले बाबा के बारे में यूपी पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
अब तक दर्ज किए गए 90 लोगों के बयान
उल्लेखनीय है कि हाथरस भगदड़ कांड की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा जोन) अनुपम कुलश्रेष्ठ तीन सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं, जो दो जुलाई को हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है।
अनुपम कुलश्रेष्ठ ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 90 बयान दर्ज किए गए हैं और एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली गई है जबकि विस्तृत रिपोर्ट पर काम चल रहा है। पुलिस जांच की स्थिति के बारे में अधिकारी ने कहा कि जैसे-जैसे और सबूत सामने आए हैं, जांच का दायरा बढ़ाया गया है।