चंडीगढ़, 8 दिसम्बर। हरियाणा पुलिस ने रविवार को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच कर रहे 101 किसानों का जत्था रोक लिया। गरम माहौल के बीच पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने की परमिशन मांगी और कहा कि वे बिना परमिशन दिल्ली नहीं जा सकते। पुलिस ने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि किसान हथियार लेकर आए हैं।
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, 8 किसान घायल
पुलिस के इनकार के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे अफरातफरी मच गई। आंसू गैस का गोला लगने से बीकेयू क्रांतिकारी के रेशम सिंह घायल सहित आठ किसान घायल हो गए। फिलहाल शंभू बॉर्डर पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी संख्या में तैनाती की गई है।
हरियाणा पुलिस ने कहा, ‘हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे। हमारे पास 101 किसानों के नामों की लिस्ट है और ये लोग वे नहीं हैं। वे हमें अपनी पहचान नहीं करने दे रहे हैं। किसान हथियार लेकर आए हैं। ऐसे में उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा सकता। वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ‘हमने 101 किसानों की लिस्ट जारी है और ये वही किसान हैं।’
सरकार किसानों से बातचीत से बच रही : कुमारी सैलजा
वहीं कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने रविवार को आरोप लगाया कि सरकार किसानों से बातचीत से बच रही है। कुमारी सैलजा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा कि किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी स्पष्ट किया है कि किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है और सरकार को उनसे संवाद करना चाहिए। इसके बावजूद, सरकार बातचीत से बच रही है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, शंभू और अन्य बॉर्डर्स बंद कर दिए गए हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि सरकार संवाद के रास्ते बंद कर रही है और जनता की समस्याओं का समाधान करने के बजाय उन्हें नजरअंदाज कर रही है।