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खाड़ी देश कुवैत का दौरा : विदेश मंत्री जयशंकर की भारतीय राजदूतों के साथ बैठक में व्यापारिक हितों पर चर्चा

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कुवैत सिटी (कुवैत), 11 जून। तेल समृद्ध खाड़ी देश कुवैत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्षेत्र के सभी भारतीय राजदूतों के साथ आहूत बैठक में व्यापारिक हितों पर चर्चा की है। इनमें क्षेत्र के लिए विमान सेवा यथाशीघ्र बहाल करने और कोविड-19 के कारण अलग हुए परिवारों को फिर से मिलाने की व्यवस्था करने समेत कई मुद्दे शामिल हैं। जयशंकर ने कई ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी साझा की है।

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘आज सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन में भारतीय राजदूतों की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इन राजदूतों के साथ जो बातचीत हुई, वह संबंधित क्षेत्रों में रह रहे भारतीय समुदाय का बेहतर कल्याण सुनिश्चित करना, कोविड की बाधाओं के कारण जुदा हुए परिवारों को फिर से मिलाना, महामारी के दौरान खाड़ी क्षेत्र छोड़ चुके भारतीय प्रतिभाओं और कौशल की यथाशीघ्र वापसी, आप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की मदद के मकसद से खाड़ी देशों के लिए विमान सेवा जल्द बहाल करने और देश में आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए हमारे कारोबारी हितों को मजबूती से गति देने जैसे मुद्दों पर केंद्रित थी।’

महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण

विदेश मंत्री ने भरोसा व्यक्त किया कि राजदूत और दूतावास इन प्राथमिकताओं को पूरा करेंगे। उन्होंने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास में अन्य राजदूतों की मौजूदगी में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण भी किया।

कुवैत के प्रधानमंत्री से भी की मुलाकात

कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जाबिर अल-सबा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी पत्र लेकर आए जयशंकर ने इससे पहले प्रधानमंत्री शेख सबा खालिद अल-हमाद अल-सबा से मुलाकात की।

कुवैती विदेश मंत्री के साथ कई मुद्दों पर चर्चा

जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट के जरिए यह भी जानकारी दी कि इसके पूर्व गुरुवार को उनकी कुवैत के अपने समकक्ष शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अदल-सबा से हुई वार्ता ‘सकारात्मक’ रही। इस दौरान दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य, खाद्य, शिक्षा, ऊर्जा, डिजिटल व व्यापारिक सहयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने वार्ता के दौरान मौजूद रहे वाणिज्य मंत्री डॉक्टर अब्दुल्ला ईसा अल-सलमान की भी प्रशंसा की।

गौरतलब है कि कुवैत में 10 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं। भारत कुवैत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है और कुवैत भारत के लिए तेल का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।