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विश्व शतरंज : सफेद मोहरों का लाभ नहीं उठा सके गुकेश, लिरेन के साथ सातवीं बाजी भी बराबरी पर छूटी

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सिंगापुर, 3 दिसम्बर। भारत के किशोरवय ग्रैंड मास्टर डी. गुकेश मंगलवार को यहां सफेद मोहरों का लाभ नहीं उठा सके और मौजूदा चैम्पियन चीन के डिंग लिरेन के साथ खेली गई FIDE विश्व शतरंज चैंपियनशिप की सातवीं बाजी भी बराबरी पर छूटी।

5 घंटे व 72 चालों तक खिंची सातवीं बाजी

दोनों शातिरों के बीच यह बाजी पांच घंटे तक खिंची। 18 वर्षीय गुकेश व उम्र में उनसे 14 वर्ष बड़े लिरेन ने जब 72 चालों के बाद बराबरी का हाथ मिलाया तो गुकेश के पास एक प्यादे की बढ़त थी, लेकिन तब उनके पास एक मिनट से भी कम समय बचा था जबकि लिरेन के पास चार मिनट से तनिक कम समय शेष था।

दोनों खिलाड़ियों के खाते में बराबर 3.5-3.5 अंक

यह लगातार चौथा बाजी थी, जब दोनों खिलाड़ियों को आधा-आधा अंक से संतोष करना पड़ा। अब दोनों के खाते में बराबर 3.5-3.5 अंक हैं जबकि चैम्पियनशिप जीतने के लिए उन्हें अब भी चार अंक और चाहिए। कुल मिलाकर देखें तो बराबरी पर छूटने वाली यह पांचवीं बाजी थी। लिरेन ने शुरुआती बाजी जीती थी, जबकि गुकेश तीसरे बाजी में विजयी हुए थे। अन्य बाजियां ड्रॉ पर छूटी हैं।

गुकेश बोले – ‘एक बड़ा मौका था, लेकिन मैंने इसे गंवा दिया

मैच के बाद गुकेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे लगता है कि जब आप जीत की स्थिति में नहीं आते हैं तो यह हमेशा कम से कम पहले कुछ मिनटों में थोड़ा निराशाजनक होता है। फिर भी, यह एक बड़ा मौका था, और मैंने इसे गंवा दिया, लेकिन अब भी बहुत सारे गेम खेलने हैं। एक बड़ी सकारात्मक बात यह है कि मैं बोर्ड पर वास्तव में अच्छा महसूस कर रहा था और मैं स्पष्ट रूप से शुरुआत से ही लिरेन से बेहतर खेल रहा था। यह जानना बहुत अच्छी बात है। मुझे लगता है कि सबसे बड़ा सबक, ध्यान केंद्रित रखना और अच्छे पदों को भुनाना है।’

उन्होंने कहा, ‘यह इवेंट का अभी आधा हिस्सा ही है। इन पहले सात राउंड में बहुत कुछ हुआ है। मुझे यकीन है कि अगले सात राउंड में बहुत कुछ होगा। टाई-ब्रेक के बारे में सोचना अभी जल्दबाजी होगी। लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा है, मैं पसंदीदा में विश्वास नहीं करता। मेरा मानना ​​है कि जो भी दिन विशेष पर अच्छा शतरंज खेलेगा, वह जीतेगा।’

निराश लिरेन ने कहा – मुझे अधिक आश्वस्त होना चाहिए था

वही डिंग लिरेन ने कहा, ‘मेरे ख्याल से खेल के दौरान यह पूरी तरह से मेरी विफलता थी क्योंकि मुझे लगा कि मैं खेल से बाहर हो रहा हूं। लेकिन कई बार की तरह शायद मेरी स्थिति इतनी भी खराब नहीं थी। मुझे अपनी स्थिति के बारे में अधिक आश्वस्त होना चाहिए था।’ एक दिन के विश्राम के बाद गुरुवार को आठवीं बाजी खेली जाएगी।

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