वडोदरा, 25 अक्टूबर। दिवाली पर सोमवार की रात पटाखे फोड़ने को लेकर वडोदरा में हुए दंगे की जांच कर रही गुजरात पुलिस ने दावा किया है कि स्ट्रीट लाइट बंद कर पेट्रोल बम फेंके गए थे, यह दर्शाता है कि दंगा पूर्व नियोजित था। ऐसा ही दावा बीजेपी विधायक राजेंद्र त्रिवेदी ने किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वडोदरा के पानीगेट इलाके में सोमवार को दिवाली की देर रात दो समुदायों के बीच पथराव की घटना सामने आई। पुलिस के अनुसार, फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
पानीगेट इलाके में हिंसा के बाद 17 लोग गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वडोदरा पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। सोमवार 24 अक्टूबर को वडोदरा के पानीगेट इलाके में मध्यरात्रि बाद करीब 12.30 बजे दो समूहों के बीच हुई हिंसा के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पिछले 4 महीने में एक ही इलाके में 3 बार दंगे
पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह इलाका बेहद संवेदनशील है। पिछले चार महीने में एक ही इलाके में तीन बार दंगे हो चुके हैं। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में वडोदरा के ही सावली शहर में सब्जी मंडी में सांप्रदायिक झड़प में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पटाखों को लेकर शुरू हुआ विवाद जल्द ही तोड़फोड़ में बदल गया
पटाखों को लेकर शुरू हुआ विवाद जल्द ही तोड़फोड़ में बदल गया। स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। जब पुलिस अधिकारी कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए इलाके में पैट्रोलिंग कर रहे थे, तब उन पर पेट्रोल बम भी फेंके गए। इस दौरान पथराव भी किया गया।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस घटना की जानकारी और आरोपितों की पहचान करने के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है।