नई दिल्ली, 5 अक्टूबर, (पीटीआई)। जैसे-जैसे नवरात्रि नजदीक आ रही है, सूरत में लोग गुजरात के पारंपरिक नृत्य गरबा खेलने की तैयारी में जुट गए हैं। गुजरात के पसंदीदा त्योहार को मनाने की तैयारी में लगे युवा काफी जोश में हैं। एक गरबा आयोजक ने कहा, ‘इस बार हर साल की तरह हम पारंपरिक तरीके से सिखा रहे हैं। लेकिन इस बार ऐसा है कि पिछले साल की अपेक्षा 15-20 फीसदी छात्र ज्यादा हैं। मुझे नहीं पता क्यों। कोविड गया, उसके बाद पहली बार लोगों में इतना उत्साह, उमंग लग रहा है और आयोजन भी काफी हो रहा है।”
गरबा की बात हो रही है देखिए गरबा के दो प्रकार हैं। एक अर्वाचीन गरबा और प्राचीन गरबा।गरबा में मुख्य एक चीज होती है कि मां जगदम्बा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्र के नौ दिन के दरमयान बहनों द्वारा जो नृत्य किया जाता है उसको गरबा बोलते हैं। तो गरबा के अंदर ताली, चपटी और हीच का समन्वय होता है और वही गरबा की मोलिकता है।”
गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा त्योहार का अटूट अंग है। बड़े पैमाने पर गरबा आयोजन होते हैं, जिनमें हर गुजरात वासी शामिल होना चाहता है।गुजरात के सूरत में गरबा क्लासों में गरबा सीखने आने वाले लोगों की संख्या भरी हुई है, लोग हर साल की तरह इस साल भी नए-नए स्टेप सीख रहे हैं, अपने-अपने ग्रुप बनाकर नए-नए गरबा बना रहे हैं.