वाराणसी, 11 जून। दुनियाभर के जी-20 ताकतवर देशों से काशी आए विदेशी मेहमान रविवार की शाम जाह्नवी के तट दशाश्वमेध घाट पर आयोजित विश्व विख्यात गंगा आरती देख अभिभूत हो उठे। मां गंगा के जयकारे के बीच शंखनाद, घंटी, डमरू की ध्वनि मेहमानों को रोमांचित कर रही थी।
गंगा आरती के दौरान 11000 दीपों से दशाश्वमेध घाट का कोना-कोना जगमग हो उठा। वहीं गंगा के उस पार जबर्दस्त आतिशबाजी भी हुई। यह नजारा देख मेहमान मंत्रमुग्ध हो उठे।
देव दीपावली की तर्ज पर मां गंगा की महाआरती भव्य स्वरूप में शुरू हुई। नौ अर्चकों ने मां गंगा की आरती उतारी तो 27 रिद्धि-सिद्धि भी मौजूद रहीं, जिन्होंने चंवर भी डोलाया। घाट को फूल-मालाओं व दीपकों से सजाया गया था। गंगा आरती की शुरुआत देवाधिदेव महादेव की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा कर गणपति पूजन से हुआ।
विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने किया 200 विदेशी मेहमान प्रतिनिधियों का नेतृत्व
20 देशो के विकास मंत्रियों सहित 200 विदेशी मेहमान प्रतिनिधियों का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर कर रहे थे। वास्तव में यह दृश्य काशीवासियों सहित टेलीविजन पर लाइव प्रसारण देख रहे 140 करोड़ भारतीयों को गौरवान्वित व रोमांचित कर रहा था। आरती के दौरान विदेशी मेहमान ऐसे अभिभूत हुए कि वे भी सोफे पर बैठे-बैठे थाप दे रहे थे।
सीएम योगी ने विदेश मंत्री को अंगवस्त्रम व स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दुनियाभर के जी-20 देशों से काशी आए विदेशी मेहमानों का होटल ताज में स्वागत किया एवं उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित रात्रि भोज में उनके साथ शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विदेशी मेहमानों से भी वार्ता की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से जी-20 बैठक की बाबत जानकारी की। इस दौरान उन्होंने डॉ. जयशंकर को जी-20 का अंगवस्त्रम पहनाकर व लोगो स्मृति चिह्न स्वरूप भेंट किया। जयशंकर के साथ रात्रि भोज के दौरान सीएएम योगी विदेशी मेहमानों से मिले।
इस अवसर पर सांस्कृतिक कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुतियों से समां बांधे रखा। मेहमानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का खूब लुत्फ उठाया।