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ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भोपाल में राजकीय व सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

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भोपाल, 17 सितंबर। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का शुक्रवार को यहां बैरागढ़ मुक्तिधाम में राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। पारंपरिक रीति-रिवाज के बाद इंडियन नेवी में कार्यरत उनके छोटे भाई लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह और बेटे ऋ्द्धिमान ने मुखाग्नि दी।

मुक्तिधाम में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को अंतिम विदाई देने उनकी पत्नी, बेटी, पिता रिटायर्ड कर्नल कृष्ण प्रताप सिंह व मां उमा के अलावा अन्य रिश्तेदार पहुंचे थे। इससे पहले तिरंगे में लिपटे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पार्थिव शरीर को बैरागढ़ सैनिक अस्पताल से मुक्तिधाम लाया गया। इस दौरान रास्ते में सड़क के दोनों ओर खड़े लोग ‘भारत माता की जय’ और ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अमर रहे’ के नारे लगाते रहे।

जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर, सीएम शिवराज ने अर्पित की पुष्पांजलि

अंतिम यात्रा मुक्तिधाम पहुंचने के बाद जवानों ने वरुण सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग समेत सेना के अधिकारियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

वरुण सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट भी किया, ‘शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी के परिवार से संत हिरदाराम मुक्तिधाम में भेंट की। अब उनका परिवार मेरा और सम्पूर्ण मध्यप्रदेश का परिवार है। उनके परिवार की सेवा एवं देखभाल अब हम सबका कर्तव्य है और हम पूरी निष्ठा से इसका निर्वहन करेंगे।’

सीएम शिवराज सिंह ने लिखा, ‘अनंत आकाश के प्रहरी, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी को आज प्रदेश व देश ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी है। वे हमें छोड़कर गये नहीं हैं, बल्कि अमर हो गये हैं। वे अपनी कर्तव्य परायणता, देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए सदैव याद आयेंगे। वीर सपूत के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि।’

गौरतलब है कि गत आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हैलीकॉप्ट क्रैश हादसे में एकमात्र जीवित बचे 42 वर्षीय वरुण सिंह की बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। विमान हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 अधिकारी शहीद हो गए थे।

वरुण सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को भोपाल लाया गया था, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। एयरफोर्स के अफसरों और एमपी सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने भी भोपाल एयरपोर्ट पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।

मूल रूप से यूपी के देवरिया जिले के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले वरुण का जन्म दिल्ली में हुआ था। फिलहाल उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल के एयरपोर्ट रोड स्थित सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुंबई में नेवी में हैं। उनके शोक संतप्त परिवार में पत्‍नी गीतांजलि, एक बेटा ऋ्द्धिमान और बेटी आराध्या हैं।

इसी वर्ष शौर्य चक्र से किया गया था सम्मानित

वरुण ग्रुप कैप्‍टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे थे. अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी, 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था। वर्ष 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए वरुण सिंह को इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।

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