लखनऊ, 23 अप्रैल। लखनऊ यातायात विभाग ने लखनऊ में पहली बार परीक्षण चरण के तहत 4 यातायात कर्मियों को एसी हेलमेट प्रदान किया है। यह “शानदार पहल” ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को चिलचिलाती धूप में गर्मी से राहत दिलाने में मदद करने के लिए बनाई गई है।
इन हेलमेटों में ठंडक को सिर तक पहुंचाने के लिए एसी वेंट होते हैं और साथ ही एक कठोर प्लास्टिक ढाल होती है जो आंखों को सूरज की चमक से बचाने के लिए चश्मे के रूप में काम करती है। हेलमेट व्यक्ति की कमर पर बंधे एक बड़े बैटरी पैक से जुड़ा होता है। जब बैटरी खत्म हो जाती है, तो ऊपर लगी एक लाल बत्ती व्यक्ति को हेलमेट को चार्जिंग पर लगाने के लिए सचेत कर देगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, एडीसीपी (यातायात) अजय कुमार ने कहा कि हेलमेट में लगे एसी से तापमान 10-15 डिग्री कम हो जाएगा और इससे पुलिसकर्मियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। सफल परीक्षण के बाद हैदराबाद की एक कंपनी से ऐसे करीब 500 हेलमेट खरीदे जाएंगे।
अधिकारी ने कहा, एक महीने तक चलने वाले परीक्षण से यह तय होगा कि उत्पाद को औपचारिक रूप से पेश किया जा सकता है या नहीं। एडीसीपी ने कहा कि संख्या उच्च अधिकारियों द्वारा तय की जाएगी। हेलमेट का वजन सामान्य हेलमेट का आधा है और हमारे पुलिसकर्मियों को बहुत आरामदायक महसूस हुआ।
डीसीपी (यातायात) सलमानताज पाटिल ने कहा कि यह यूपी में इस तरह की दूसरी पहल है, इसी तरह का एक परीक्षण कानपुर पुलिस द्वारा किया गया था। हाल ही में, इसी तरह के परीक्षण भुवनेश्वर, वडोदरा और अन्य शहरों में आयोजित किए गए थे। हेलमेट दो तरह के होंगे- क्रमशः 2 और 8 घंटे के बैटरी बैकअप के साथ। कथित तौर पर पहला ट्रैफिक कर्मियों को प्रदान किया जाएगा जबकि अधिक बैकअप वाला एक पुलिस कर्मियों को प्रदान किया जाएगा।
एडीसीपी ने कहा कि उपयोगकर्ता के लिए आरामदायक होने के बावजूद, हेलमेट को किसी भी स्वास्थ्य जोखिम के लिए जांचा जाएगा क्योंकि शरीर का एक हिस्सा ठंडा है और बाकी हिस्सा गर्मी के संपर्क में है। हम जांच करेंगे कि क्या इसका कोई नकारात्मक प्रभाव तो नहीं है।