नई दिल्ली, 8 मार्च। एक तरह वैश्विक बाजार में प्याज के भाव सातवें आसमान पर जा रहे हैं तो दूसरी तरफ भारत में किसानों को किसानों को औने-पौने दाम पर प्याज बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों की परेशानी को देखते हुए अब सरकार ने बड़ा फैसला किया है और मंडियों में प्याज की कीमतों में गिरावट की खबरों के बीच अपनी खरीद एजेंसियों को तत्काल उपाय करने का निर्देश दिया है।
नाफेड व एनसीसीएफ किसानों से खरीदेंगे प्याज
केंद्र ने इस क्रम में भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) को किसानों से प्याज खरीदने का निर्देश दिया है। इसे उपभोग केंद्रों को एक साथ भेजने और बिक्री करने का निर्देश भी दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों प्याज की कीमतों में गिरावट से परेशान महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक किसान ने फसल का अलाव जलाकर अपना विरोध जताया था। होलिका उत्सव के दिन भी विरोध प्रदर्शन किया गया था। प्याज की खेती करने वाले किसान संकट से जूझ रहे हैं, क्योंकि नासिक में एशिया की सबसे बड़ी थोक प्याज मंडी लासलगांव में कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) में प्याज कीमतों में भारी गिरावट आई है।
नाफेड गुजरात की 3 मंडिया से शुरू करेगा प्याज की खरीद
थोक बाजारों में प्याज कीमतों में गिरावट आने के बाद सहकारी संस्था नाफेड गुजरात में गुरुवार, नौ मार्च से तीन मंडियों – भावनगर, गोंडल और पोरबंदर के जरिये प्याज की खरीद शुरू करेगा, ताकि किसानों को राहत मिल सके। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। जरूरत पड़ने पर और केंद्र खोले जाएंगे। मंत्रालय ने कहा, ‘किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी अच्छी गुणवत्ता और सूखे स्टॉक को खरीद केंद्रों पर लाएं ताकि इन केंद्रों से उन्हें बेहतर कीमत मिल सके।’