लखनऊ, 5 जुलाई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट से जुड़े घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नई एफआईआर दर्ज करने के साथ ही उत्तर प्रदेश में 40 और राजस्थान व पश्चिम बंगाल में एक-एक स्थान यानी कुल 42 ठिकानों पर छापेमारी की काररवाई की है।
गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में कुल 189 आरोपित
समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान गोमती नदी परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सीबीआई की यह दूसरी एफआईआर है। इस केस में अब तक कुल 189 आरोपित बनाए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में लखनऊ के अलावा, नोएडा, गाज़ियाबाद, बुलंदशहर, रायबरेली, सीतापुर, इटावा और आगरा में सीबीआई की टीमों ने छापेमारी की है।
गौरतलब है कि सपा शासनकाल में लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बने रिवर फ्रंट को अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया गया था। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद से ही इसमें बड़े घोटाले के आरोप लगते रहे थे। यूपी में योगी सरकार आने के बाद इसकी प्रारंभिक जांच के बाद केस सीबीआई को सौंप दिया गया था। अब सीबीआई इस घोटाले के बड़े जिम्मेदारों पर अपना शिकंजा कस रही है।
प्रोजेक्ट के लिए मंजूर किए गए थे 1,513 करोड़ रुपये
गोमती रिवर फ्रंट के लिए सपा सरकार ने 1,513 करोड़ मंजूर किए थे। लेकिन आरोप है कि 1,437 करोड़ रुपये जारी होने के बाद भी मात्र 60 फीसदी काम ही हो सका। रिवर फ्रंट की कार्यदायी संस्थाओं ने 95 फीसदी बजट खर्च करके भी पूरा काम नहीं किया था।