Site icon hindi.revoi.in

गणतंत्र दिवस परेड : कर्तव्य पथ पर यूपी की झांकी में दिखी अयोध्या के दीपोत्सव की झलक

Social Share

नई दिल्ली, 26 जनवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान यूपी की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए निकली राज्य की झांकी ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। उत्तर प्रदेश की झांकी का थीम इस बार अयोध्या का भव्य दीपोत्सव था। झांकी में भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव के साथ-साथ स्वागत के लिए खड़ी अयोध्या की जनता भी दिखी। महर्षि वशिष्ठ को भी झांकी में देखा गया।

पिछले तीन वर्षों में यह दूसरा अवसर था, जब यूपी की थीम रामनगरी अयोध्या पर आधारित रही। साल 2021 में राम मंदिर और 2022 के गणतंत्र दिवस समारोह में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की झांकी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इस बार फिर अयोध्या के भव्य दीपोत्सव पर आधारित झांकी को एक राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और 2024 में इसके पूरे होने की भी उम्मीद है। 14 जनवरी, 2024 से रामलला की प्रतिमा का पूजन नए बने राम जन्मभूमि मंदिर में होना शुरू हो जाएगा। कर्तव्य पथ पर जब उत्तर प्रदेश की झांकी निकली, तब हर कोई मंत्रमुग्ध होकर इसे देखता रहा और पूरा कर्तव्य पथ तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

गणतंत्र दिवस पर इस बार उत्तराखंड की झांकी की थीम मानसखंड रखी गई। झांकी में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमते हुए बारहसिंघा और विभिन्न पक्षियों को दिखाया गया। जम्मू-कश्मीर की झांकी में इस बार राज्य की पर्यटन क्षमता और क्षमताओं को दिखाया गया। गणतंत्र दिवस पर पहली बार नारकोटिक्स कट्रोल ब्यूरो की झांकी को भी प्रदर्शित किया गया। ड्रग्स के खिलाफ भारतवर्ष के सशक्त संकल्प को प्रदर्शित करते हुए झांकी का थीम शा मुक्त भारत रहा।

हरियाणा की झांकी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के थीम पर आधारित थी। इसमें चार अश्वों द्वारा खींचे जाने वाले रथ का एक विशाल मॉडल इसका मुख्य आकर्षण रहा। वहीं पश्चिम बंगाल की झांकी में कोलकाता की दुर्गा पूजा को दर्शाया गया और यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में इसके शामिल होने का जश्न मनाया गया।

Exit mobile version