नई दिल्ली, 30 दिसम्बर। चार माह पहले कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की घर वापसी की संभावनाएं बलवती होने लगी हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आजाद और कांग्रेस के बीच बातचीत भी शुरू हो गई है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान आजाद ने कहा था कि केवल कांग्रेस ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है।
कांग्रेस की नीति के खिलाफ नहीं, इसकी कमजोर व्यवस्था से दिक्कत – गुलाम नबी
73 वर्षीय गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह कांग्रेस की नीति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसकी कमजोर व्यवस्था से उन्हें दिक्कत है। आजाद के बयान के बाद माना जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक दिग्विजय सिंह ने अपने पूर्व सहयोगी को राहुल गांधी के मार्च में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
आजाद ने अब तक कांग्रेस की पहल का जवाब नहीं दिया है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अखिलेश प्रसाद सिंह और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनकी पार्टी में वापसी और यात्रा में भाग लेने की वकालत की है। वहीं अनुभवी कांग्रेस नेता अंबिका सोनी को भी आजाद और ग्रैंड ओल्ड पार्टी के आलाकमान के बीच की खाई को पाटने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सोनी ने कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री को यात्रा में शामिल होने और फिर राहुल गांधी से बात करने के लिए कहा है। हालांकि, आजाद ने कांग्रेस को कोई जवाब नहीं दिया है।
गौरतलब है कि एक विस्फोटक इस्तीफे पत्र में आजाद ने राहुल गांधी पर तीखा हमला किया और आज कांग्रेस की स्थिति के लिए उन्हें दोषी ठहराया था। वायनाड के सांसद पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सभी फैसले राहुल या उनके सुरक्षा गार्ड और पीए द्वारा लिए जाते हैं। कांग्रेस छोड़ने के बाद, आजाद ने ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ नामक अपने नए संगठन की घोषणा की थी।