आइजोल, 16 जनवरी। पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) विजय कुमार सिंह ने गुरुवार को यहां राजभवन के सर्कुलर लॉन में आयोजित एक समारोह में मिजोरम के 25वें राज्यपाल के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विजय बिश्नोई ने एक समारोह में वीके सिंह को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मिजोरम के राज्यपाल के रूप में जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन एक महत्वपूर्ण और गरिमामय अवसर था, जो उनके सम्मानित और अनुभवी करिअर के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक था। करिअर की नई पारी में वह अपने नेतृत्व और शासन के अनुभव को मिजोरम की सेवा में लगाएंगे। उनकी नियुक्ति को राज्य के लोगों द्वारा गर्मजोशी और उम्मीदों के साथ स्वागत किया गया।
मिजोरम को 1987 में पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद से वीके सिंह 25वें राज्यपाल बने हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने हरि बाबू कंभमपति की जगह ली, जिन्हें ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। समारोह का समापन शुभकामनाओं और मिजोरम के उज्ज्वल भविष्य की आशा के माहौल के साथ हुआ।
शपथ ग्रहण समारोह में समारोह में मुख्यमंत्री लालदुहोमा और उनके कैबिनेट सहयोगी, विधानसभा अध्यक्ष लालबियाकजमा, उपाध्यक्ष लालफामकिमा, सांसद, विधायक, वरिष्ठ नौकरशाह और शीर्ष पुलिस अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री लाल थनहवला और जोरमथांगा के अलावा चर्च के नेता और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियो के अलावा जनरल सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती भारती सिंह भी मौजूद हस्तियों में शामिल थीं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गत 24 दिसम्बर को सिंह को राज्यपाल नियुक्त किया था।
जनरल सिंह के समक्ष अपने सैन्य अनुभव का सम्पूर्णता के सदुपयोग करते हुए इस राज्य से लगती म्यांमार के रास्ते मणिपुर के कुकी आतंकियों को की जा रही अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई लाइन को काटने की चुनौती पर खरे उतरना है। पूर्वी कमान के कमांडर इन चीफ रह चुके वीके सिंह पूरे पूर्वोत्तर के चप्पे चप्पे से वाकिफ हैं। उनकी सफलता को लेकर किसी भी तरह का संदेह नहीं किया जा सकता।
जनरल वीके सिंह का संक्षिप्त परिचय
वर्ष 1951 में जन्मे सिंह ने 2010 से 2012 तक 24वें सेनाध्यक्ष के रूप में देश को अपनी सेवाएं दीं। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद आप 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और उस वर्ष के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निर्वाचन क्षेत्र से प्रचंड बहुमत से लोकसभा के लिए चुने गए। 2019 में वह उसी सीट से फिर से निर्वाचित हुए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विदेश राज्य मंत्री, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और सांख्यिकी तथा कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालयों में राज्य मंत्री थे।