नई दिल्ली, 4 जून। ओडिशा के बालासोर में दो दिन पूर्व हुए भीषण रेल हादसे में कई परिवार तबाह हो चुके हैं। किसी ने पिता खोया तो किसी ने पति। कोई परिवार के साथ जा रहा था तो कोई परिवार के लिए कमाने। तमाम ऐसे भी थे, जो परिवार में एकमात्र कमाऊ थे। 275 मौतों और 1175 लोगों के घायल होने के बाद बड़ा सवाल ये है कि ऐसे परिवारों का भरण-पोषण कैसे होगा?
ये हादसा कई परिवारों को जिंदगीभर का दर्द दे गया है। जख्म इतने गहरे हैं, जो शायद कभी नहीं भरे। फिलहाल इस बीच देश से बड़े उद्योगपति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
गौतम अडानी ने इस रेल हादसे पर दुख जताते हुए मदद का फैसला किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है, उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडानी समूह उठाएगा।’
उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं।
हमने फैसला लिया है कि जिन मासूमों ने इस हादसे में अपने अभिभावकों को खोया है उनकी स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी अडाणी समूह उठाएगा।
पीड़ितों एवं उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है।
— Gautam Adani (@gautam_adani) June 4, 2023
अडानी ने कहा, ‘ओडिशा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं। हमने ऐसे बच्चों की स्कूली शिक्षा का बेड़ा उठाने का फैसला किया है, जिनके अभिभावक इस हादसे में नहीं रहे। पीड़ितों और उनके परिजनों को संबल और बच्चों को बेहतर कल मिले यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है।’
गौतम अडानी की इस पहल के बाद उम्मीद जगी है कि देश के अन्य भी कॉरपोरेट घराने भी ओडिशा रेल हादसे के पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएंगे।