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गौतम अडानी की सहृदयता : लखीमपुर की बेबस बच्ची के लिए बढ़ाया मदद का हाथ

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अहमदाबाद, 17 मई। देश के शीर्ष अरबपति कारोबारियों में शुमार गौतम अडानी की सहृदयता का नया उदाहरण सामने आया है, जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की एक बेबस व लाचार बच्ची के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।

लवली की मां मर चुकी है, पिता ने की दूसरी शादी

लखीमपुर खीरी के कन्धरापुर गांव की रहने वाली इस लाचार मासूम की मां का निधन हो चुका है और पिता ने दूसरी शादी कर ली है। बचपन से ही लवली का बांया पैर और हाथ, दोनों टेढ़े हो गए हैं। ऐसे में उसे चलने-फिरने में काफी दिक्कत होती है।

दरअसल, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने समाचार चैनल एनडीटीवी के पत्रकार रवीश रंजन रवीश रंजन की एक वीडियो क्लिप का संज्ञान में लेते हुए यह कदम उठाया। अडानी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अडानी फाउंडेशन यह सुनिश्चित करेगा कि लवली को बेहतर इलाज मिले और वो भी बाकी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके।

अडानी फाउंडेशन ने लवली को गोद लिया

गौतम अडानी ने पोस्ट में लिखा, ‘ एक बेटी का बचपन यूं छिन जाना दुखद है! छोटी सी उम्र में लवली और उसके दादा-दादी का संघर्ष बताता है कि एक आम भारतीय परिवार कभी हार नहीं मानता। अडानी फाउंडेशन यह सुनिश्चित करेगा की लवली को बेहतर इलाज मिले और वो भी बाकी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके। हम सब लवली के साथ हैं। ‘

इसके पूर्व रवीश रंजन ने एक्स पर इस बच्ची का एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया था। इसमें देखा जा सकता है कि लवली नाम की यह लड़की हाथ और पैर से दिव्यांग है। रंजन उससे पूछते हैं कि आप कौन सी क्लास में पढ़ती हो? इस पर बच्ची बताती है कि वह कक्षा 5 में है। लवली यह भी कहती है कि उसे चलने-फिरने में काफी तकलीफ होती है।

रवीश रंजन ने अपनी पोस्ट में कहा था, ‘लखीमपुर खीरी के कन्धरापुर गांव की लवली… मां की मौत के बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली। लवली का बचपन से बांया पैर और हाथ दोनों टेढ़े हो गए। बुजुर्ग दादा दादी के पास रहकर पढ़ रही है। कौन सुनेगा दर्द बचपन का…’। अब अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की ओर से की गई इस पहल का लोगों ने काफी स्वागत किया है। इंटरनेट यूजर्स ने कमेंट करके कहा कि यह वाकई सराहनीय काम है।

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