लखनऊ, 11 फरवरी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के बाहर लगा एक पोस्टर लोगों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर खींच रहा है। इस पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में ‘गर्व से कहो हम शूद्र हैं’ लिखा है। पोस्टर पर यह भी लिखा है कि श्री कृष्ण के वंशजों को अछूत किसने बनाया? सपा मुख्यालय के बाहर यह पोस्टर बाराबंकी की सपा नेत्री रजनी यादव ने लगाया है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही सपा मुख्यालय के बाहर कुछ पोस्टर लगाए गए थे, जिन पर ‘गर्व से कहो हम ब्राह्मण हैं’ लिखा गया था। अब रजनी यादव ने जो पोस्टर लगवाया है, उन्हें पहले वाले का जवाब माना जा रहा है। दरअसल रामचरितमानस पर शुरू हुए विवाद के बाद से ही उत्तर प्रदेश में जाति और वर्ण व्यवस्था के नाम पर राजनीतिक बयानबाजी जारी है।
ब्राह्मण और शूद्र के मुद्दे पर बयान देने में सपा अध्यक्ष अखिलेश भी पीछे नहीं
ब्राह्मण और शूद्र के मुद्दे पर बयान देने में खुद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पीछे नहीं हैं। गत 10 फरवरी को वाराणसी और गाजीपुर दौरे पर गए अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी जी शूद्र की परिभाषा कभी नहीं बता सकते।
मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने कहा था, ‘जब मुख्यमंत्री अपने पड़ोसी जिले में गए थे और उन्हें शूद्र बच्चों से मिलना था, तो उन्हें साबुन से नहलाया गया था। कहा था कि इनमें स्मेल आती है। किसी भी मुख्यमंत्री ने कालिदास मार्ग को गंगाजल से नहीं धुलावाया था। गंगा जल को आचमन लायक बनाओ। कर्ण ने क्या महसूस किया था, दिनकर जी का क्या भाव था, भाजपा को याद करना चाहिए। मैं खुद मंदिर जाना चाहता था तो मुझे क्यों रोका गया। ये लोग कहीं न कहीं आपको अपमानित करा देंगे। भगवान सभी के हैं।’
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस की कुछ चौपाइयों को जातिगत भेदभाव बढ़ाने वाला बताने के बाद से ही भाजपा और सपा में भिड़ंत जारी है। अखिलेश यादव भी कह चुके हैं, ‘भाजपा के लोग हमें शूद्र समझते हैं। जब समय बदलेगा तो उन्हें पता चलेगा।’