नई दिल्ली, 25 अक्टूबर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने गोल्डी बरार के बाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई पर भी शिकंजा कसते हुए उसे अपनी ‘मोस्ट वांटेड’ सूची में शामिल कर दिया है। एजेंसी ने साथ ही अनमोल पर 10 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित कर रखा है, जिसका नाम एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी आया है।
दरअसल, एनआईए ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये के ईनाम की घोषणा की है। ‘भानु’ के नाम से कुख्यात अनमोल बिश्नोई फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गया था। पिछले वर्ष उसे केन्या और इस वर्ष कनाडा में देखा गया था।
उल्लेखनीय है कि अनमोल बिश्नोई 2022 में पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल था। उसके खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं। इससे पहले मुंबई पुलिस ने 14 अप्रैल को सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग के सिलसिले में उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया था। इसकी वजह यह थी कि अनमोल बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर उस घटना की जिम्मेदारी ली थी।
बाबा सिद्दीकी के हत्यारों के भी संपर्क में था अनमोल
मुंबई पुलिस ने कहा कि अनमोल बिश्नोई उन शूटर्स के संपर्क में भी था, जिन्होंने 12 अक्टूबर को एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे के ऑफिस के बाहर हत्या कर दी थी। 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी की दशहरा के मौके पर पटाखे फोड़ते समय तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार अनमोल बिश्नोई आरोपितों के सीधे संपर्क में था और कनाडा व अमेरिका से अपना काम करते हुए आरोपितों के संपर्क में रहने के लिए सोशल मीडिया एप स्नैपचैट का इस्तेमाल करता था।
पुलिस के अनुसार अमनोल बिश्नोई ने एप के जरिए आरोपितों के साथ बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी की एक तस्वीर भी शेयर की थी। बिश्नोई गैंग के एक सदस्य ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दावा किया कि उसने अभिनेता सलमान खान के साथ करीबी रिश्ते और दाऊद इब्राहिम जैसे अंडरवर्ल्ड से कथित संबंधों के चलते सिद्दीकी को निशाना बनाया था। अब तक पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो शूटर और एक हथियार सप्लायर शामिल हैं।