नई दिल्ली, 5 दिसम्बर। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की एनआईए कस्टडी को सात दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष एनआईए कोर्ट ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। दरअसल, हाई-प्रोफाइल और सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील मामला होने के कारण एनआईए जज खुद एनआईए मुख्यालय पहुंचे और वहीं पर बंद कमरे में सुनवाई की।
उल्लेखनीय है कि गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से अवैध तरीके से रहने के आरोप में हाल ही में डिपोर्ट किया गया था। एनआईए ने अमेरिका से प्रत्यर्पण कर 19 नवम्बर को भारत लाए जाने के साथ ही अनमोल बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया था। उससे कई गंभीर मामलों में पूछताछ जारी है।
वर्ष 2022 से फरार चल रहे अनमोल को एनआईए के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। उस पर 10 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। वह लॉरेंस के टेरर सिंडिकेट से जुड़ा 19वां आरोपित है। अनमोल को नवम्बर, 2024 में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जहां एफबीआई ने डीएनए और वॉयस सैंपल से उसकी पहचान की थी। उसके बाद लंबी डिपोर्टेशन प्रक्रिया चली थी।
इससे पहले मार्च, 2023 में एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व में टेरर-गैंगस्टर साजिश मामले में अनमोल के खिलाफ 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी। जांच में पाया गया कि 2020 से 2023 के बीच अनमोल ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस के इशारों पर भारत में कई आपराधिक गतिविधियां अंजाम दीं। वह अमेरिका से ही गैंग को निर्देश देता था और शूटरों को शरण, हथियार और लॉजिस्टिक सप्लाई मुहैया कराता था।
पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला अनमोल नेपाल, दुबई और केन्या के रास्ते अप्रैल 2022 में फर्जी पासपोर्ट पर अमेरिका भागा था। अनमोल का नाम कई हाई प्रोफाइल केसों से जुड़ा है। अक्टूबर, 2024 में मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में वह मुख्य साजिशकर्ता था।

