मेरठ, 4 मई। कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर गुरुवार को यहां पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया। ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र दुजाना गांव का गैंगस्टर अनिल भोला झाल स्थित गंग नहर के पास स्कार्पियो से जा रहा था, तभी एसटीएफ की मुठभेड़ हुई।
दुजाना का मारा जाना यूपी एसटीएफ की बड़ी सफलता कही जा रही है। उसके नेपाल भागने का संकेत मिल रहा था, तभी पता चला कि वह गाजियाबाद में किसी वारदात को अंजाम देने वाला है। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ मेरठ यूनिट ने घेराबंदी कर ली थी।
10 दिन पहले जेल से रिहा होते ही फरार चल रहा था
अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में आतंक का पर्याय माना जाता था। करीब दस दिन पहले वह जेल से रिहा हुआ था। जेल से रिहा होते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं। उसने एक कारोबारी से रंगदारी मांगी थी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उसके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की सात स्पेशल टीम दुजाना का पीछा कर रही थीं।
पिछले करीब तीन दशकों से जरायम की दुनिया में सक्रिय था दुजाना
गौतमबुद्ध नगर में दादरी क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला अनिल दुजाना पिछले करीब तीन दशकों से जरायम की दुनिया में सक्रिय था। उसपर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग जिलों में 18 मर्डर और हत्या का प्रयास, डकैती, लूटपाट, रंगदारी, जान से मारने की धमकी देने, बलवा, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर अधिनियम और एनएसए के तहत कुल 62 मुकदमे चल रहे हैं।
कुछ दिनों पहले ही यूपी के टॉप 65 माफिया की लिस्ट सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यालय से जारी की गई थी, जिसमें ग्रेटर नोएडा के अनिल दुजाना का नाम भी शामिल था। इस लिस्ट में गौतमबुद्ध नगर जिले के सात माफिया शामिल थे, जिनमें से इस समय छह जेल में बंद है। दुजाना जेल से बाहर आने के बाद फरार चल रहा था।
कुख्यात सुंदर भाटी से चल रही थी अदावत
दुजाना हत्या, फिरौती, डकैती, जमीन कब्जा और सुपारी लेकर हत्या का गैंग चलाता था। पश्चिमी यूपी के सबसे बड़े गैंगस्टर सुंदर भाटी से अनिल दुजाना की अदावत चल रही थी। सुंदर भाटी इस समय जेल में है। भाटी पर दुजाना ने AK 47 से एक बार अटैक किया था। एक शादी समारोह के दौरान किए गए हमले में भाटी तो बच गया था, लेकिन तीन लोग मारे गए थे। दुजाना की मौत के बाद अब भाटी गैंग सबसे ताकतवर और मजबूत हो गया है।