लखनऊ, 12 जून। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में गंगा सर्किट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या में भी नई योजनाएं शुरू की जाएंगी।
प्रहलाद पटेल ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकण्ठ तिवारी के साथ यहां भारतीय पुरातत्व विभाग, संस्कृति विभाग एवं पर्यटन विभाग के अन्तर्गत पर्यटन विकास के सभी केंद्र पोषित कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश भी दिए कि केंद्र के सहयोग से चलाई जा रहीं पर्यटन विभाग की योजनाओं को नवम्बर से पहले पूरा कराया जाए। वहीं ऐसी पर्यटन योजनाएं लाई जाएं, जिनसे ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजन हों।
समीक्षा बैठक में प्रदेश ने नई योजनाओं का प्रस्तुतिकरण किया। स्वदेश दर्शन स्कीम के आध्यात्मिक सर्किट में गंगा सर्किट को विकसित करने का प्रस्ताव भी रखा गया। गंगा के तट पर पड़ने वाले ऐसे सभी महत्वपूर्ण व पवित्र स्थलों को चिह्नित करते हुए गंगा सर्किट का विकास होगा।
विश्व धरोहर स्थल की सम्भावित सूची में वाराणसी के घाट भी शामिल
प्रहलाद पटेल ने यह भी बताया कि पूरे विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसकी पुरातात्विक संपदा इतनी समृद्ध है कि दुनिया का कोई भी देश इससे प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पुरातत्व के महत्वपूर्ण स्थल हैं।
पर्यटन निदेशालय के सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा यूनेस्को को विश्व धरोहर स्थल सूची में रखने के लिए नौ नामांकन भेजे गए थे, जिनमें से छह को यूनेस्को द्वारा अपनी विश्व धरोहर स्थल की सम्भावित सूची में सम्मिलित किया गया है। उनमें वाराणसी के गंगा घाट भी शामिल हैं।