नई दिल्ली, 2 अक्टूबर। G7 देशों के नेताओं ने इजराइल के खिलाफ ईरान के मिसाइल हमले की कड़ी निंदा की है और वे ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी में हैं। दरअसल, ईरान की ओर से इजराइल पर मिसाइल अटैक के बाद G7 देशों ने तनाव कम करने के लिए बुधवार को आपात बैठक बुलाई, जिसमें ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने को लेकर चर्चा हुई।
इजराइल ने ईरान पर परमाणु हमला किया तो अमेरिका साथ नहीं देगा – बाइडेन
वहीं अमेरिका ने भी बदले की आग में जल रहे इजराइल को सख्त संदेश दे दिया है। इस क्रम में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका इजराइल का साथ दे रहा है, लेकिन यदि इजराइल ने ईरान पर परमाणु हमला किया तो अमेरिका इसमें उसका साथ नहीं देगा।
G7 के नेताओं ने आपात बैठक में कहा कि वे मिडिल ईस्ट में कूटनीतिक समाधान के लिए अब भी आशान्वित हैं। उन्हें उम्मीद है कि बातचीत से इस संघर्ष का समाधान निकल सकता है। एक बयान जारी कर कहा गया कि ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) के नेताओं ने बुधवार को मिडिल ईस्ट में संकट पर ‘गंभीर चिंता’ व्यक्त की, लेकिन कहा कि कूटनीतिक समाधान अब भी संभव है। इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने G7 की अध्यक्षता की।
हाल के घंटों में तनाव बढ़ने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए G7 के नेताओं ने कहा कि क्षेत्र-व्यापी संघर्ष किसी के हित में नहीं है और इसका कूटनीतिक समाधान अब भी संभव है। G7 में इटली के साथ अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान शामिल हैं। ह्वाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ईरान पर नए प्रतिबंधों को लगाने में शामिल रहे।
मिडिल ईस्ट युद्ध के मुहाने पर
देखा जाए तो ईरान ने इजराइल पर हमला करके पूरे मिडिल ईस्ट को बड़े युद्ध के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। इस बीच इजराइली आर्मी (IDF) चीफ ने कहा है कि उनका देश मिडिल ईस्ट में कहीं भी हमला कर सकता है। ये बयान इसलिए भी बहुत अहम है कि मंगलवार रात ईरान के अटैक के बाद से अब तक इजराइल ने ईरान को सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन इसके बाद एक बड़े युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
जवाब देने की तैयारी में इजराइल
दरअसल, मंगलवार रात से सबको लग रहा है कि लड़ाई सिर्फ इजराइल और ईरान के बीच हो रही है, लेकिन ऐसा नहीं है। इजराइल, ईरान, लेबनान, इराक, यमन, सीरिया, गाजा, वेस्ट बैंक और जॉर्डन तक इस वक्त युद्ध की आग, मिसाइल, गोला बारूद में फैली है, जहां इजराइल को ईरान, हमास, हूती समेत ईरान समर्थक दूसरे गुटों से एक साथ लड़ना पड़ रहा है। ईरान ने जब मंगलवार रात 180 मिसाइलें एक साथ इजराइल पर दागीं तो साफ हो गया कि जवाब इजराइल भी देगा। लेकिन कब कहां और कैसे, इसी पर दुनिया की नजरें लगी हुई हैं।