रोम, 30 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्वभर के नेताओं की मौजूदगी में शनिवार से यहां दो दिवसीय 16वां जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। इस वर्ष का शिखर सम्मेलन जनता, ग्रह और समृद्धि के विषय पर केंद्रित है। शिखर सम्मेलन में आर्थिक और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार, जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ विकास पर जोर दिया जाएगा।
PM @narendramodi interacting with leaders during the @g20org Summit in Rome. pic.twitter.com/YsQHpl7bMk
— PMO India (@PMOIndia) October 30, 2021
सम्मेलन में पहले दिन का सत्र वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्वास्थ्य पर था क्योंकि यह कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण है। सम्मेलन में विभिन्न नेता वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य में सुधार तथा इससे आगे की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं।
The interactions at the @g20org Summit continue.
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इस शिखर सम्मेलन में भारत प्रौद्योगिकी अंतरण के जरिए नैदानिक और वैक्सीन, आपूर्ति श्रृंखला और उत्पादन घरानों के विविधिकरण समेत कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के उपकरणों तक समान और किफायती पहुंच के लिए प्रबल समर्थक है। भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में कोविड-19 वैक्सीन के प्रमाणन को आपसी मान्यता का भी प्रस्ताव रखा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित अन्य नेताओं के साथ विचार-विमर्श
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक
भारत और सिंगापुर के बीच मैत्री संबंधों के पूर्ण स्वरूप की समीक्षा
प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसेन लूंग के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि दोनों नेताओं ने भारत और सिंगापुर के बीच मैत्री संबंधों के पूर्ण स्वरूप की समीक्षा की। पीएम मोदी फ्रांस और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ बैठक कर इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। वह रविवार को स्पेन के प्रधानमंत्री और जर्मन चांसलर के साथ चर्चा करेंगे।