लखनऊ, 10 नवंबर। अगले वर्ष प्रस्तावित उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ रहीं राजनीतिक हलचलों के बीच विभिन्न दलों के नेताओं ने भी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में बुधवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता और पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने विवादित बयान देते हुए यहां तक कह दिया कि योगी सरकार टीका-जनेऊ (ब्राह्मण) वालों को मिटाना चाहती है।
गौरतलब है कि बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के अलावा सपा और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके बसपा कार्यकर्ता उन्हें पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
प्रदेश में विकास दुबे समेत कई ब्राह्मणों की हत्याएं हुईं
मायावाती के मीडिया संवाद के 24 घंटे के अंदर ही नकुल दुबे भी मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने योगी सरकार को जाति विशेष की सरकार करार देते हुए कहा कि विकास दुबे समेत कई ब्राह्मणों की प्रदेश में हत्याएं हुईं। खुशी दुबे को बेवजह जेल में बंद किया गया। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो बसपा उसे कानूनी सलाह मुहैया कराएगी।
बसपा सरकार में मंत्री रहे नकुल ने कहा कि सीएम योगी जनेऊ-टीका वालों को मिटाना चाहते हैं। यही वजह रही कि संस्कृत विद्यालयों का अनुदान रोक दिया गया। यह सनातन धर्म को नष्ट करने वाला कदम है। ऐसे ही काशी में कई प्राचीन मंदिर नष्ट कर दिए गए।
युवा संवाद कार्यक्रम और महिला सम्मेलन आयोजित करेगी बसपा
नकुल ने कहा कि राज्यभर में युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसका नेतृत्व नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद व कपिल मिश्र करेंगे। इसके जरिए युवाओं की समस्याओं को उठाया जाएगा। बसपा की सरकार बनने पर युवाओं की समस्या प्राथमिकता से हल की जाएगी। वहीं, महिला सम्मेलन 14 नवम्बर से होंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ शिलान्यास व लोकार्पण के पत्थर लगा रही है। मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन कर दिए गए, लेकिन उनमें सुविधाएं नहीं है। विकास और कानून व्यवस्था किसे कहते हैं, यह 2022 में बसपा अपनी सरकार बनने पर दिखाएगी।
नकुल दुबे ने यह भी कहा कि आजाद भारत पार्टी (डेमोक्रेटिक) का बसपा में विलय हो गया है और आजाद भारत पार्टी (डेमोक्रेटिक) के संस्थापक मानवेन्द्र आजाद मौर्य को मायावती के निर्देश प्रदेश का महासचिव बनाया गया है।