अगरतला, 22 सितम्बर। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब गुरुवार को राज्य की राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट के लए निर्वाचित घोषित किए गए। राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पास पूर्ण बहुमत के बीच देब ने राज्यसभा की एकलौती सीट के लिए कराए गए चुनाव में 43 वोट हासिल किए। उन्होंने सीपीएम उम्मीदवार और पूर्व वित्त मंत्री भानुलाल साहा को हराया, जिन्हें केवल 15 वोट मिले।
60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 36 सीटें हैं और उनके गठबंधन सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के पास 7 सीटें हैं जबकि सीपीएम के पास 15 सीटें हैं और कांग्रेस के पास मात्र एक सीट है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के इकलौते विधायक ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लिया।
संसद के उच्च सदन का सदस्य चुने जाने के बाद देब ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘मुझे राज्यसभा सांसद के रूप में चुनने के लिए त्रिपुरा के भाजपा और आईपीएफटी विधायकों का आभार। मुझे राज्यसभा में त्रिपुरा का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देने के लिए पीएम मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार। माता त्रिपुरसुंदरी के आशीर्वाद से मैं अपनी अंतिम सांस तक त्रिपुरा के प्रिय लोगों की सेवा करता रहूंगा।’
With the blessings of Mata Tripurasundari, I will continue to serve beloved people of Tripura till my last breath. (2/2)
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) September 22, 2022
गौरतलब है कि देब की जगह मुख्यमंत्री पद के लिए माणिक साहा के इस्तीफा देने के बाद राज्यसभा की सीट खाली हो गई थी। दिल्ली में 16 वर्ष व्यतीत करने के बाद देब राज्य विधानसभा चुनाव से तीन साल पहले भाजपा के महा जनसंपर्क अभियान के प्रभारी के रूप में 2015 में त्रिपुरा लौट आए थे। एक साल बाद वह राज्य भाजपा अध्यक्ष बने और 2018 में एक क्षेत्रीय स्वदेशी राजनीतिक दल आईपीएफटी के साथ गठबंधन में उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद 2018 में सीएम बने थे।