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जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन, गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली, 12 जनवरी। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार की रात गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। 75 वर्षीय शरद यादव काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। बेटी सुभाषिनी ने अपने पिता की मौत की पुष्टि की।

छतरपुर स्थित निवास पर लोग कर सकेंगे दिवंगत नेता का अंतिम दर्शन

सुभाषिनी ने सोशल मीडिया पर अपने पिता की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि पापा नहीं रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सात बार के लोकसभा सांसद शरद यादव को सांस की तकलीफ बढ़ने पर को शाम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कुछ घंटे बाद ही उनका निधन हो गया। उनकी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में ही हो। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के छतरपुर स्थित उनके निवास स्थान पर रखा जाएगा, जहां लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे।

फोर्टिस अस्पताल ने जारी किया बयान

वहीं फोर्टिस अस्पताल ने जारी बयान में कहा कि शरद यादव को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था। उनमें कोई पल्स नहीं थी. प्रोटोकॉल के तहत उन्हें सीपीआर दिया गया था। तमाम कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। रात 10.19 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं.।

मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में हुआ था शरद यादव का जन्म

राजनीतिक के दिग्गज खिलाड़ी रहे शरद यादव का जन्म एक जुलाई, 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के गांव अखमाऊ में हुआ था। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई मध्य प्रदेश से ही पूरी की थी और जबलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई की पढ़ाई की थी।

शरद यादव ने मध्य प्रदेश के अलावा बिहार और उत्तर प्रदेश से चुनावी राजनीति की। उनकी राजनीति का मुख्य केंद्र बिहार रहा। वह बिहार के मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से चार बार, मध्य प्रदेश के जबलपुर से दो बार और उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक बार लोकसभा के लिए चुने गए थे। शरद यादव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक भी रहे।

राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर

समाजवादी नेता के जाने से राजनीतिक गलियारों में भी शोक की लहर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

पीएम मोदी बोले – वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।’

भारतीय राजनीति की एक प्रभावी आवाज खामोश हो गई राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शरद यादव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं देश के वरिष्ठ नेता शरद यादव जी के निधन से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने हमेशा समाज के कमज़ोर वर्गों की समस्याओं को पुरज़ोर तरीके से उठाया। आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए भी उन्होंने काफी संघर्ष किया। उनके निधन से भारतीय राजनीति की एक प्रभावी आवाज खामोश हो गई है।’

राजनाथ ने कहा, ‘शरद जी के साथ मेरा बड़ा लंबा और बेहद आत्मीय संबंध रहा है। स्वभाव से बेहद सरल और बेबाक़ शरदजी का निधन एक बड़ी क्षति है। दुःख की इस घड़ी में मैं उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम् शांति।’

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जताया शोक

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शरद यादव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता, मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं।’ उन्होंने कहा कि माता जी और भाई शांतनु से बात हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।’

उन्होंने समानता की राजनीति को मजबूत किया मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘देश की समाजवादी धारा के वरिष्ठ नेता, जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव जी के निधन से दुःखी हूं। एक पूर्व केंद्रीय मंत्री व दशकों तक एक उत्कृष्ट सांसद के तौर पर देश सेवा का कार्य कर उन्होंने समानता की राजनीति को मजबूत किया। उनके परिवार एवं समर्थकों को गहरी संवेदनाएं।’

 

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