पणजी, 21 जनवरी। देश के पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर दी है। उन्होंने शुक्रवार को न सिर्फ भाजपा छोड़ने का फैसला किया वरन पणजी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी।
उत्पल पर्रिकर ने पणजी सीट से मांगा था टिकट
उल्लेखनीय है कि उत्पल पर्रिकर ने पणजी सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन पार्टी ने गुरुवार को जिन 34 उम्मीदवारों की सूची जारी की, उनमें उत्पल का नाम नहीं था। पार्टी ने अपने वर्तमान विधायक अतनासियो मोंटेसेरेट पर भरोसा जताया। 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में मोंटेसेरेट ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। मोंटेसेरेट वैसे भी मनोहर पर्रिकर के विरोधी माने जाते हैं।
पणजी की जगह भाजपा ने दिए थे दो विकल्प, लेकिन बात नहीं बनी
हालांकि भाजपा के गोवा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने पहली सूची जारी करने के दौरान कहा था कि उत्पल को पणजी की जगह दो विकल्प दिए थे, लेकिन उन्होंने पहले के लिए मना कर दिया। दूसरे विकल्प पर उनसे चर्चा की जा रही है। उत्पल ने भी गुरुवार को पणजी में पत्रकारों से कहा था कि वह अपना मत बहुत जल्द साफ कर देंगे।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी दिया था ऑफर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उत्पल को आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था जबकि कुछ दिनों पूर्व शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी उत्पल को योग्य उम्मीदवार करार दिया था।
संजय राउत ने एक ट्वीट में कहा था, ‘यदि उत्पल पर्रिकर पणजी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं, तो मैं प्रस्ताव करता हूं कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी सहित सभी गैर-भाजपा दलों को उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करना चाहिए और उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं खड़ा करना चाहिए। यह मनोहर भाई को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’ अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि संजय राउत के प्रस्ताव पर गैर-भाजपा दल कितना अमल करते हैं।