चंड़ीगढ़, 9 जुलाई। पंजाब विजिलेंस की टीम ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनी पर स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है, जिसके तहत उनकी गिरफ्तारी हुई है। सोनी की सोमवार को कोर्ट में पेशी होगी। बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान के आदेश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच सोनी के गिरफ्तारी हुई है। सोनी के खिलाफ पंजाब के अमृसर में एफआईआर दर्ज की गई है।
2016 से 2022 के बीच आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप
मीडिया में जारी खबरों के अनुसार ओपी सोनी पर वर्ष 2016 से 2022 के बीच आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस नेता सोनी के खिलाफ अमृतसर के पुलिस स्टेशन विजिलेंस ब्यूरो रेंज में गत वर्ष 10 अक्टूबर को एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 के बीच पूर्व डिप्टी सीएम सोनी और उनके परिवार की आय 4.52 करोड़ रुपये थी जबकि उनका खर्च 12.48 करोड़ था।
मान सरकार की कांग्रेस नेताओं पर जारी है काररवाई
देखा जाए तो भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ लगातार काररवाई कर रही है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि सोनी से पहले भारत भूषण आशु, साधु सिंह धर्मसोत और सुंदर शाम अरोड़ा पर भी काररवाई हो चुकी है और ये सभी कांग्रेस नेता फिलहाल पुलिस की हिरासत में है।
चन्नी सरकार में डिप्टी सीएम और कैप्टन के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री थे सोनी
अमृतसर से पांच बार चुनाव जीत चुके ओपी सोनी की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में गिनती की जाती है। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार के दौरान उप मुख्यमंत्री का पद भी संभाला था। यही नहीं वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।