कोलकाता, 18 सितम्बर। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब टॉलीवुड से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री तक का सफर तय कर चुके पार्टी के पूर्व सांसद बाबुल सुप्रियो ने अचानक राजनीति में वापसी का फैसला किया और शनिवार को औपचारिक रूप से तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
टीएमसी की तरफ से एक ट्वीट के जरिए जारी बयान में बताया गया, ‘टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ ब्रायन की मौजूदगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद बाबुल सुप्रियो टीएमसी में शामिल हो गए हैं। इस मौके पर हम उनका पार्टी में स्वागत करते हैं।’
बाबुल ने 31 जुलाई को राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी
गौरतलब है कि आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने गत 31 जुलाई को राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक पर लिखी एक पोस्ट के जरिए इस आशय की घोषणा की थी। तब उन्होंने यह भी कहा था कि वह सांसद पद से इस्तीफा देने के साथ एक माह के अंदर सरकार द्वारा आवंटित आवास भी छोड़ देंगे।
‘अलविदा’ कहकर राजनीति छोड़ने का एलान किया था
लोकप्रिय कलाकार, पार्श्वगायक, टेलीविजन होस्ट और अभिनेता के रूप में टॉलीवुड में लोकप्रियता हासिल करने के बाद राजनीति का सफर तय करने वाले 50 वर्षीय बाबुल ने 30 जुलाई को एक के बाद एक कई पोस्ट की थीं, जिनमें उन्होंने इशारों-इशारों में राजनीति छोड़ने के संकेत दिए थे। उसके एक दिन बाद ही उन्होंने अपने फेसबुक पर ‘अलविदा’ लिखकर राजनीति छोड़ने का एलान कर दिया था।
‘अलविदा। मैं किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहा हूं’
वर्ष 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे बाबुल सुप्रियो ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ‘अलविदा। मैं किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहा हूं – टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआईएम, कहीं नहीं। मैं पुष्टि कर रहा हूं कि किसी ने मुझे फोन नहीं किया है। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं… सामाजिक कार्य करने के लिए राजनीति में होने की आवश्यकता नहीं है। मैं एक टीम का खिलाड़ी हूं! हमेशा एक टीम का समर्थन किया है #मोहनबागान – केवल एक पार्टी के साथ रहा हूं – बीजेपी पश्चिम बंगाल। बस!!’
फिलहाल दो माह में ही बाबुल सुप्रियो का विचार बदला और उन्होंने ममता बनर्जी की अगुआई में राज्य में सस्तारूढ़ तृणमूल सरकार से जुड़ने का फैसला कर लिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ममता बनर्जी उनका पार्टी में किस रूप से स्वागत करती हैं।