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कोलकाता रेप-हत्या केस : पीड़िता की पहचान उजागर करने पर पूर्व भाजपा सांसद और दो चिकित्सक तलब

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कोलकाता, 18 अगस्त। कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए बलात्कार एवं हत्या मामले की पीड़ित महिला चिकित्सक की पहचान उजागर करने और अफवाह फैलाने के आरोप में भारतीय जतना पार्टी (भाजपा) की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी और दो प्रसिद्ध चिकित्सकों को समन जारी किए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि इन तीन लोगों के अलावा पुलिस ने घटना के बारे में गलत सूचना फैलाने के आरोप में 57 अन्य लोगों को भी समन जारी किया है। उन्होंने बताया कि डॉ. कुणाल सरकार और डॉ. सुवर्ण गोस्वामी को समन जारी कर रविवार को दोपहर लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।

अधिकारी ने बताया कि इन लोगों पर पीड़िता की पहचान उजागर करने, अफवाह फैलाने और फर्जी खबरें फैलाने का आरोप है। जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सरकार ने कहा कि उन्हें पुलिस की ओर से समन मिला है, जिसमें उन्हें लालबाजार में अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।

सरकार ने कहा, ‘‘हां, मुझे समन मिला है लेकिन फिलहाल मैं शहर से बाहर हूं और मैंने कोलकाता पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझे क्यों बुलाया है, लेकिन ऐसा लगता है कि सोशल मीडिया पर मेरी कुछ टिप्पणियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ खास प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं… शायद इसी वजह से ऐसा किया गया है।’’

पूर्व बर्धमान जिले के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोस्वामी ने कहा कि उन्हें अभी तक समन नहीं मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अभी तक कुछ नहीं मिला है। मुझे नहीं पता कि कोलकाता पुलिस मुझे समन क्यों जारी करेगी, जबकि वह इस मामले की जांच नहीं कर रही है। मैं कहता रहा हूं कि मैं हर संभव तरीके से जांच में सहयोग करूंगा। मैंने पीड़िता की पहचान उजागर नहीं की और न ही कोई अफवाह फैलाई।’’

वहीं हुगली निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व भाजपा सांसद चटर्जी ने कहा कि उन्हें अब तक कोई समन नहीं मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे मामले की जांच करते समय भी यही तत्परता दिखाते तो बेहतर होता। हर कोई लड़की के लिए न्याय चाहता है।’’ कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि बहुत सारी अफवाहें फैल रही हैं, जिससे उनकी जांच प्रभावित हुई है और कानून-व्यवस्था को खतरा पैदा हुआ है।

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