मुंबई, 7 अक्टूबर। गुजरे जमाने के हरफनमौला क्रिकेटर व 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अगले अध्यक्ष बन सकते हैं। वह सौरभ गांगुली की जगह लेने की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। बीसीसीआई सूत्रों ने शुक्रवार को ऐसा दावा किया। इस बाबत आधिकारिक निर्णय जल्द ही लिया जाएगा।
आगामी हफ्तों में बीसीसीआई से हट सकते हैं सौरभ
बीसीसीआई सूत्रों का यह भी कहना है कि पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली आने वाले हफ्तों में भारतीय बोर्ड से अलग हो सकते हैं, जिन्होंने बतौर बोर्ड अध्यक्ष कई कड़े फैसले किए हैं। सूत्रों के अनुसार बोर्ड के अगले चुनाव पर चर्चा के लिए शीर्ष अधिकारियों के बीच एक दौर की बैठक हो चुकी है। बैठक का एक और दौर अगले सप्ताह दिल्ली में होने वाला है, जहां राज्य संघ अगले बीसीसीआई चुनावों पर अपने विचार साझा करेंगे।
केएससीए के अध्यक्ष बिन्नी बोर्ड एजीएम में करेंगे कर्नाटक का प्रतिनिधित्व
भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाले पहले एंग्लो-इंडियन कर्नाटकवासी रोजर बिन्नी की बात करें तो वह भारत के पूर्व चयनकर्ता रह चुके हैं और इस समय कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष हैं। 67 वर्षीय बिन्नी बीसीसीआई की आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) से पहले कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामित किया गया है। बिन्नी के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी ने भी टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है।
18 अक्टूबर को बीसीसीआई अध्यक्ष के लिए मतदान
ज्ञातव्य है कि बोर्ड अध्यक्ष के लिए उम्मीदवारों को 11 और 12 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करना होगा। इसके बाद 13 अक्टूबर को नामांकन की जांच की जाएगी। 14 तारीख तक नामांकन वापस लिया जा सकता है। दो से अधिक दावेदार होने पर 18 अक्टूबर को मतदान होगा।
जय शाह अध्यक्ष की दौड़ में नहीं, सचिव बने रहने की उम्मीद
सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई सचिव जय शाह भी अध्यक्ष बनने की दौड़ में नहीं हैं, लेकिन वह फिर से उसी पद यानी सचिव के लिए चुनाव लड़ेंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एजीएम बैठक में जय शाह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं।
कोषाध्यक्ष अरुण धूमल को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा एजीएम में राज्य निकाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामित किया गया है जबकि बोर्ड के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेंगे। आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर के बेटे अद्वैत मनोहर विदर्भ क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व करेंगे जबकि आशीष शेलार को मुंबई क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि के रूप में नामित किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में सौरभ व शाह को पदों पर बने रहने की अनुमति दी थी
स्मरण रहे कि हाल ही में गांगुली के साथ-साथ जय शाह को सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय बोर्ड को अपने संविधान को बदलने की अनुमति देकर अपने पदों पर बने रहने की अनुमति दी थी। शीर्ष अदालत ने बीसीसीआई में राज्य संघ में एक कार्यकाल (तीन वर्ष) और बीसीसीआई में एक कार्यकाल (तीन वर्ष) पूरा करने वाले पदाधिकारियों के लिए कूलिंग-ऑफ अवधि को माफ करने की बीसीसीआई की याचिका को भी स्वीकार कर लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि कूलिंग-ऑफ की अवधि लगातार दो कार्यकाल के बाद ही आएगी, जिसका मतलब है कि कोई पदाधिकारी राज्य संघ में छह वर्षों की अवधि के लिए और फिर बीसीसीआई में एक बार में छह वर्षों के लिए पद पर रह सकता है। इसके बाद कूलिंग ऑफ अवधि तीन वर्षों के लिए लागू होगी।