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यूक्रेन के 4 क्षेत्रों का रूस में औपचारिक विलय, राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिम को जमकर लताड़ा

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मॉस्को, 30 सितम्बर। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने शुक्रवार को ऐतिहासिक कदम उठाते हुए आंशिक रूप से कब्जे वाले यूक्रेन के चार राज्यों को अपने देश के साथ विलय कर दिया। पिछले सात माह से यूक्रेन के साथ चल रही जंग में यह रूस के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है। क्रेमलिन ने इस कदम को ‘परिग्रहण संधि’ करार दिया है और पुतिन ने इन राज्यों में प्रमुखों की नियुक्ति भी कर दी है।

पुतिन ने विलय वाले क्षेत्रों में प्रमुखों की भी नियुक्ति कर दी

रूसी सरकार के स्वामित्व वाली समाचार एजेंसी टैस के अनुसार शुक्रवार को ऐतिहासिक समारोह में व्लादिमिर पुतिन ने रूस के आंशिक कब्जे वाले यूक्रेन के चार क्षेत्रों का अपने देश में विलय कर दिया है। इन शहरों के नाम डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन हैं। पुतिन ने क्रेमलिन में एक हस्ताक्षर करके इन इलाकों को अपने अधिग्रहित किया। ऐतिहासिक भाषण के साथ पुतिन ने इन राज्यों में प्रमुखों की भी नियुक्ति कर दी है।

रूसी नेता पुतिन ने एक कठोर पश्चिम विरोधी भाषण के साथ समारोह की शुरुआत की और सैकड़ों वर्षों से चली आ रही काररवाई के, जिसमें गुलामी, उपनिवेशवाद और परमाणु हथियारों के उपयोग शामिल हैं, लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप को जमकर लताड़ लगाई। इसी क्रम में उन्होंने इस क्षेत्रीय अधिग्रहण को सही ठहराने की मांग की, जिसे दुनिया के अधिकतर देश और संयुक्त राष्ट्र अवैध और नाजायज मानते हैं।

पुतिन ने कहा, ‘डोनेट्स्क, लुहांस्क जापोरिज्जिया और खेरसॉन में रहने वाले लोग अब रूस के नागरिक बन रहे हैं। उन्होंने एक विकल्प चुना और रूस उनके साथ विश्वासघात नहीं करेगा। हम अपनी जमीन की हर तरह से रक्षा करेंगे। यह हमारे देश का महान मुक्ति मिशन है।’

जनमत संग्रह में मिला था मास्को को समर्थन

इसके पूर्व क्रेमलिन ने दावा किया था यूक्रेन के इन राज्यों में जनमत संग्रह किया गया था, जिसमें मास्को के समर्थन में 99 फीसदी लोगों ने वोटिंग की थी। क्रेमलिन ने उस वक्त एलान किया था कि जल्द ही इन राज्यों का रूस में विलय किया जाएगा।

पश्चिम ने दी थी चेतावनी

हालांकि यूक्रेन के राज्यों को अपने देश में विलय की घोषणा पर यूक्रेन समेत पश्चिम ने रूस की निंदा की थी। पश्चिमी देशों ने बाकायदा रूस को चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा होता है कि रूस प्रतिबंधों की नई कड़ी का सामना करने को तैयार रहे।

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