नई दिल्ली,14 सितंबर, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 17 सितम्बर 2024 से 2 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता अभियान की योजना बनाई है। एफसीआई ने जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल (उत्तर से दक्षिण) और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों (पश्चिम से पूर्व) तक देश भर के 760 स्थानों पर सभी एफसीआई कार्यालयों, जोनल/क्षेत्रीय/जिला और दूरदराज के क्षेत्रों को कवर करने वाले गोदामों में यह अभियान शुरू किया है।
निगम ने 17 सितम्बर 2024 से शुरू होने वाली एक व्यापक योजना तैयार की है, जो ‘समाज के संपूर्ण’ दृष्टिकोण पर जोर देते हुए तीन प्रमुख स्तंभों पर ध्यान केन्द्रित करेगी:
संपूर्ण स्वच्छता और स्वच्छता लक्षित इकाई- स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) के समयबद्ध परिवर्तन और गंदे और कठिन कचरा स्थलों (ब्लैक स्पॉट) को हटाकर डिपो/गोदामों के अंदर/बाहर सफाई अभियान सहित सम्पूर्ण सफाई पर ध्यान केन्द्रित करना, स्कूल जागरूकता शिविर का आयोजन, विशेष सामूहिक सफाई अभियान आदि।
स्वच्छता की भागीदारी- सार्वजनिक भागीदारी, जागरूकता और वकालत जिसमें एफसीआई कार्यालयों में स्वच्छता शपथ, सांस्कृतिक गतिविधियां, मिनी मैराथन/वॉकाथन/साइक्लोथॉन आदि शामिल हैं।
सफाई मित्र सुरक्षा शिविर- सफाई कर्मचारियों को निवारक स्वास्थ्य जांच और सामाजिक सुरक्षा कवरेज प्रदान करना।
इस वर्ष की विषय वस्तु “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” को ध्यान में रखते हुए, सीटीयू साइटों/ब्लैक स्पॉट्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
देश भर में खाद्य सुरक्षा संचालन में “स्वच्छता” की अवधारणा को शामिल करते हुए, एफसीआई किसानों से एमएसपी पर गेहूं और धान खरीदता है। यह परिवहन के विभिन्न साधनों से एक वर्ष में लगभग 50 मिलियन टन खाद्यान्न भेजकर यह भी सुनिश्चित करता है कि देश के हर हिस्से में गेहूं और चावल उपलब्ध हो।
इस गेहूं और चावल को फिर 2000 से अधिक गोदामों में संग्रहित किया जाता है और देश के 28 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों में फैले उचित मूल्य की दुकानों के नेटवर्क से इसे वितरित किया जाता है।
अभियान की प्रगति की नियमित निगरानी एसएचएस पोर्टल पर की जाएगी।
चूंकि स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलेगा और स्वच्छ भारत दिवस पर समाप्त होगा, इसलिए यह सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों के इस राष्ट्रीय अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रस्तुत करता है।