वाशिंगटन, 21 दिसंबर। दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना का नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से अमेरिका में हालात लगातार खराब हो रहे हैं। मौजूदा स्थिति यह है कि नए कोरोना मरीजों में से 73% ओमिक्रॉन संक्रमित हैं। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (सीडीसी) ने इस आशय की जानकारी दी है।
इसी बीच अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत होने की खबर भी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार अमेरिका में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है, जिसकी वजह ओमिक्रॉन संक्रमण को ही माना जा रहा है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
न्यूयॉर्क में 90% नए मामलों के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट
आंकड़ों के अनुसार सिर्फ एक हफ्ते में ही ओमिक्रॉन के मामलों में छह गुना बढ़ोतरी हुई है। सीडीसी का अनुमान है कि अमेरिका के कई हिस्सों में ये आंकड़ा और भी ज्यादा है। न्यूयॉर्क में 90 फीसदी नए मामलों के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट ही है। सीडीसी निदेशक डॉ. रॉशेल वैलेंस्की का कहना है कि ये आंकड़ा ज्यादा है, लेकिन इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन की वैक्सीन और बूस्टर डोज लगवाने की अपील
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ट्वीट कर कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने और बूस्टर डोज लगवाने की अपील की है।
ज्ञातव्य है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना खतरनाक है और इस पर वैक्सीन कितनी असरदार है, इस बाबत अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन शुरुआती अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जो लोग टीका लगवा चुके हैं, उन्हें बूस्टर डोज लगाकर इस संक्रमण से बचाया जा सकता है। यही वजह है कि दुनियाभर में अब बूस्टर डोज को लेकर बहस छिड़ गई है और कई देशों में बूस्टर डोज दी जा रही है।
अब तक 90 देशों में फैल चुका है कोरोना का नया वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में पिछले महीने ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगा था। इसके बाद 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी चिंताजनक बताया था। तब से ओमिक्रॉन वैरिएंट 90 देशों में फैल चुका है।