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मणिपुर : इम्फाल पश्चिम में दो समुदायों के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी, एक की मौत, तीन घायल

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इम्फाल, 28 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के दौरान ही एक बार फिर अशांत हो उठे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जातीय हिंसा से ज्यादा प्रभावित इम्फाल पश्चिम जिले में दो समुदायों के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच रविवार को गोलीबारी हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब हुई, जब कांगपोकपी जिले में पड़ोसी पर्वतीय क्षेत्र से कई हथियारबंद लोगों ने इम्फाल घाटी की परिधि में कौत्रुक गांव पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि कुछ गोलियों की वजह से ग्रामीणों के मकानों की दीवारें को नुकसान पहुंचने की खबर हैं. वहीं महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को नजदीकी सुरक्षित इलाकों में ले जाया जाया गया।

अधिकारी के मुताबिक गांव पर स्थानीय रूप से निर्मित मोर्टार के गोले ‘पम्पी’ भी दागे गए, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। हालांकि कौत्रुक के ग्रामीण स्वयंसेवकों ने भी गोलीबारी की। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए इलाके में सुरक्षाकर्मियों को भेजा गया है।

गौरतलब है कि मणिपुर में पिछले वर्ष तीन मई को शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद से कौत्रुक गांव में दो संघर्षरत समुदायों के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी का समाचार अक्सर आता रहा है। इसे सबसे संवदेनशील स्थानों में से एक के रूप में चिह्नित किया गया है। इम्फाल घाटी में रहने वाले मेइती और पड़ोसी पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाले कुकी के बीच पिछले वर्ष उभरी जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं।