नई दिल्ली, 10 जुलाई। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने राष्ट्रीय राजधानी की रोहिणी जेल के 82 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन अधिकारियों पर ठग सुकेश चंद्रशेखर से रिश्वत लेने का आरोप लगा है। ईओडब्ल्यू का कहना है कि इन अधिकारियों ने सुकेश को जेल के बाहर उसके सहयोगियों से संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन और अन्य सुविधाएं प्रदान कीं। सुकेश के बारे में पहले ही यह जानकारी सामने आई थी कि वह जेल के अंदर से ही अपने अवैध कामों को अंजाम देता था।
रोहिणी जेल के इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर आरोप है कि ये लोग इसकी एवज में सुकेश चंद्रशेखर से करोड़ों रुपये वसूल चुके हैं। इस पूरे मामले में 15 जून को FIR दर्ज हुई है। उस समय सुकेश रोहिणी जेल नंबर-10 में वार्ड-3 की 204 नंबर बैरक में बंद था।
सुकेश मनी लॉन्ड्रिंग और ठगी के आरोप में संप्रति तिहाड़ जेल में बंद
इस माह की शुरुआत में ठग सुकेश पर जेल अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ की मदद से बाहर अपने परिचितों से संपर्क करने का आरोप लगा था। इसका खुलासा सीसीटीवी कैमरे में कैद फुटेज से हुआ था। इसमें नजर आता है वह तिहाड़ जेल की एक नर्सिंग स्टाफ को चिट्ठी देकर बाहर भेज रहा था। मौजूदा समय सुकेश चंद्रशेखर मनी लॉन्ड्रिंग और कई लोगों को ठगने के आरोप में तिहाड़ की जेल में बंद है।
सुकेश का आरोप – जेल अधिकारियों ने उससे 2 वर्षों में 12.5 करोड़ की उगाही की
सुकेश चंद्रशेखर ने पिछले माह अपनी पत्नी के साथ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और आरोप लगाया था कि उसे जेल कर्मचारियों से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और उसकी सुरक्षा के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। सुकेश ने आरोप लगाया था कि तिहाड़ जेल अधिकारियों ने पिछले दो वर्षों में उससे करीब 12.5 करोड़ रुपये की उगाही की है।
सुकेश चंद्रशेखर पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं और उस पर फोर्टिस हेल्थकेयर और रैनबैक्सी लैब के पूर्व प्रमोटरों शिविंदर और मलविंदर सिंह के परिवार से जेल परिसर से 200 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का भी आरोप है।